LAC पर Indian Army ने तैनात किया यह हथियार, जानें DRDO द्वारा बनाई गई ‘निर्भय’ की खासियत

सेना (Indian Army) ने LAC पर एक ऐसी मिसाइल तैनात कर दी है जिसको अभी विधिवत रूप से सेना को सौंपा जाना है। डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित यह सबसोनिक क्रूज मिसाइल 1,000 किलोमीटर तक सटीक निशाना साधने में सक्षम है।

DRDO

फाइल फोटो।

डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित यह सबसोनिक क्रूज मिसाइल 1,000 किलोमीटर तक सटीक निशाना साधने में सक्षम है। अगले महीने इस मिसाइल का सातवां परीक्षण किया जाएगा।

सेना (Indian Army) ने LAC पर एक ऐसी मिसाइल तैनात कर दी है जिसको अभी विधिवत रूप से सेना को सौंपा जाना है। डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित यह सबसोनिक क्रूज मिसाइल 1,000 किलोमीटर तक सटीक निशाना साधने में सक्षम है। इस मिसाइल का नाम ‘निर्भय मिसाइल’ (Nirbhay Missiles) रखा गया है।

अगले महीने इस मिसाइल का सातवां परीक्षण किया जाएगा, उसके बाद इसे सेना और नौसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया जाएगा। लेकिन इस बीच सेना ने चीन के साथ तनाव की स्थिति को देखते हुए ठीक ठाक संख्य में इस मिसाइल को LAC पर तैनात कर दिया है। हिंदुस्तान टाइम्स ने डीआरडीओ (DRDO) के अधिकारियों के हवाले से यह खबर दी है।

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1000 किलोमीटर तक मार करने वाली ‘निर्भय मिसाइल’ (Nirbhay Missiles) में सॉलिड रॉकेट बूस्टर लगा हुआ है। इसने अब तक 90 फीसदी से अधिक सटीक वार किए हैं। यह मिसाइल 0.7 मैक की रफ्तार से वार करती है। इसे सतह और पानी दोनों जगहों के दागा जा सकता है। यह पानी की सतह पर तैर भी सकती है।

खबर के मुताबिक, 30 सितंबर को भारत ने ओडिशा में बालासोर स्थित एकीकृत प्रक्षेपण स्थल से ‘ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल’ के एक नए संस्करण का सफल परीक्षण किया था। इसी मौके पर डीआरडीओ के अधिकारियों ने ‘निर्भय मिसाइल’ की LAC पर तैनाती की जानकारी दी।

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बता दें कि भारत, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगी तथाकथित सीमा पर कई रणनीतिक स्थलों पर पहले ही काफी संख्या में ‘ब्रह्मोस मिसाइल’ की तैनाती कर चुका है।

डीआरडीओ (DRDO) और रूस के प्रमुख एरोस्पेस उपक्रम एनपीओएम द्वारा संयुक्त रूप से विकसित ‘ब्राह्मोस मिसाइल’ मध्यम रेंज की ‘रेमजेट सुपरसोनिक क्रूज’ मिसाइल है, जिसे पनडुब्बियों, युद्धपोतों, लड़ाकू विमानों तथा जमीन से दागा जा सकता है। यह मिसाइल पहले से ही भारतीय थलसेना (Indian Army), नौसेना (Indian Navy) और वायु सेना (Indian Air Force) के पास है।

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इसे दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल माना जाता है। पिछले साल मई में भारतीय वायु सेना ने सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से ‘ब्रह्मोस मिसाइल’ के हवाई संस्करण का सफल परीक्षण किया था।

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गौरतलब है कि LAC पर चीन के साथ विवाद के बीच भारत अपनी ताकत बढ़ाने के लिए जोर शोर से काम कर रहा है। चीन (China) को हर मोर्चे पर मात देने के लिए भारत (India) पूरी तरह तैयार है। इसके अलावा चीन की हर दिन सामने आ रहीं नई चालबाजियों का जवाब देने के लिए भी भारत पुख्ता इंतजाम कर रहा है।

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