Diwali 2020: सर्वार्थसिद्धि योग में मनाई जाएगी दिवाली, यहां जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

इस बार लक्ष्मी और कुबेर का पूजन स्थिर लग्न में किया जाएगा। बता दें कि इस दिवाली शनि स्वाति योग से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।

Diwali 2020

Diwali 2020: इस दिन र्वार्थसिद्धियोग के साथ ग्रहों की स्थिति भी बहुत उत्तम है। कहा जा रहा है कि जैसी स्थिति इस बार ग्रहों की बन रही है, वैसी स्थिति 499 साल पहले 1521 में बनी थी।

नई दिल्ली: पूरा देश आज दिवाली (Diwali 2020) मना रहा है। कोरोना संक्रमण के बावजूद लोगों में दिवाली मनाने का उत्साह दिखाई दे रहा है। इस बार की दिवाली इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार त्यौहार पर बहुत उत्तम योग बन रहा है।

इस मौके पर लक्ष्मी और कुबेर का पूजन स्थिर लग्न में किया जाएगा। बता दें कि इस दिवाली (Diwali 2020) शनि स्वाति योग से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस योग का समय सुबह से लेकर रात 8.48 तक है।

इस दिन र्वार्थसिद्धियोग के साथ ग्रहों की स्थिति भी बहुत उत्तम है। कहा जा रहा है कि जैसी स्थिति इस बार ग्रहों की बन रही है, वैसी स्थिति 499 साल पहले 1521 में बनी थी।

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शुक्र बुध की राशि कन्या में , शनिदेव स्वराशि मकर में ,राहु शुक्र की राशि वृष में,केतु मंगल की राशि वृश्चिक में हैं। सूर्य तुला राशि मे ,चंद्रमा शुक्र की राशि तुला में ,पराक्रम कारक ग्रह मंगल गुरु की राशि मीन में , बुध शुक्र की राशि तुला में हैं।

जानकार कहते हैं कि दिवाली का पूजन स्थिर लग्न में करना चाहिए। इससे लक्ष्मी घर में ठहरती हैं।

स्थिरलग्न में क्या है पूजन का महूर्त

वृषभ-सायं 5:30 से 7:30 के मध्य
सिंह -रात 12:00 से 2:15 के मध्य

क्या होनी चाहिए पूजन सामग्री

रोली, मौली, सुपारी, पान, धूप, अक्षत, तेल का दीपक, घी का दीपक, बताशे, खील, शंख , श्रीयंत्र, जलपात्र, घंटी, चंदन, कलश, लक्ष्मी-गणेश-सरस्वतीजी का चित्र, गंगाजल, सिन्दूर, दूर्वा, नैवेद्य, पंचामृत, इत्र, जनेऊ, वस्त्र, कुमकुम, कमल का पुष्प, पुष्पमाला, फल, नारियल, इलायची, कर्पूर।

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