CAA के खिलाफ लोगों को भड़काने के आरोप में कट्टरपंथी संगठन PFI के अध्यक्ष-सचिव गिरफ्तार

पकड़े गए आरोपियों में PFI प्रेसिडेंट परवेज अहमद और सेक्रेटरी मोहम्मद इलियास है और इन पर दिल्ली हिंसा व शाहीन बाग में कथित प्रदर्शनकारियों को फंड मुहैया कराने का आरोप है।

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नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ लोगों को भड़काने के आरोपी कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के प्रेसिडेंट और सचिव को स्पेशल सेल ने धर दबोचा है। बाद में दोनों को कोर्ट में पेश किया‚ जहां उन्हें सात दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया। पुलिस ने दावा किया कि दोनों को पुलिस ने PFI के सदस्य दानिश के बयान के बाद दबोचा है । इस मामले में पुलिस दानिश को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पकड़े गए आरोपियों में PFI प्रेसिडेंट परवेज अहमद और सेक्रेटरी मोहम्मद इलियास है और इन पर दिल्ली हिंसा व शाहीन बाग में कथित प्रदर्शनकारियों को फंड मुहैया कराने का आरोप है।

पुलिस ने बताया कि इससे पहले ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले को लेकर परवेज अहमद से पूछताछ की थी लेकिन उस समय परवेज ने PFI और एंटी-सीएए (Anti-CAA) का विरोध तथा हिंसा में अपनी भूमिका होने से इनकार कर दिया था।

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स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा को लेकर पूर्व में PFI के सदस्य दानिश को त्रिलोक पुरी से गिरफ्तार किया था‚ उसे चार दिन की रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की गई। जिसमें दानिश को CAA विरोध प्रदर्शनों के दौरान कथित रूप से दुष्प्रचार में लिप्त पाया गया।

पूछताछ में दानिश ने ये भी खुलासा किया कि वह PFI के काउंटर इंटेलिजेंस विंग का एरिया प्रमुख है और CAA विरोधी प्रदर्शन में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है। उसने शाहीनबाग से लेकर चांदबाग तक पोस्टर भी लगाए थे और इसी से पूछताछ में परवेज व इलियास के नाम का खुलासा हुआ।

स्पेशल सेल ने बताया कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के प्रेसिडेंट परवेज और सेक्रेटरी इलियास ने दिल्ली हिंसा को भड़काने में कथित तौर पर मदद की थी। जांच में दोनों की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। स्पेशल सेल का कहना है कि रविवार को जामिया नगर इलाके से मूल रुप से कश्मीर के रहने वाले एक दंपत्ति को जब गिरफ्तार किया तब भी PFI की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। 

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