गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली को दहलाने की साजिश नाकाम, 3 आतंकी गिरफ्तार

Terrorists
  • आईएसआईएस (ISIS) के तीन आतंकी गिरफ्तार, यूपी में भी हमले की साजिश

  • पुलिस ने तमिलनाडु मॉड्यूल के आतंकियों (Terrorists) को मुठभेड़ के बाद वजीराबाद से दबोचा

  • आतंकी वर्ष 2014 में एक हिंदू नेता की हत्या के बाद से चल रहे थे फरार

  • पाक परस्त आतंकियों को नेपाल में बैठे हैंडलर्स से मिल रहा था निर्देश

  • गणतंत्र दिवस के मौके पर हमले की थी साजिश, यूपी के धार्मिक नेता भी थे निशाने परTerrorists

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएसआईएस (ISIS) से जुड़े तमिलनाडु मॉड्यूल के तीन आतंकियों (Terrorists) को वजीराबाद में मुठभेड़ की बात धर दबोचा इनके पास से पिस्टल और कारतूस आदि जब किए गए हैं। आरोपियों की पहचान ख्वाजा मोइनुद्दीन, सैयद अली नवाज और अब्दुल समद के रूप में हुई। पुलिस ने कहा कि आरोपी दिल्ली और यूपी में तबाही मचाने की साजिश रच रहे थे।

पुलिस कमिश्नर प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आतंकी मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं और कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। आतंकियों (Terrorists) ने साल 2014 में एक हिंदू नेता की हत्या की थी। इसके बाद से ही आरोपी फरार चल रहे थे। स्पेशल सेल में तैनात एसीपी ललित मोहन नेगी को बृहस्पतिवार तड़के आतंकियों (Terrorists) के वजीराबाद में मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसके बाद इंस्पेक्टर सुनील, रविंद्र, विनोद और विनय पाल आदि की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने तीनों को सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन आतंकियों (Terrorists) ने फायरिंग शुरू कर दी इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीनों को धर दबोचा। जांच में पता चला कि आरोपी ख्वाजा मोइनुद्दीन और सैयद अली नवाज साल 2014 में हिंदू नेता केपी सुरेश कुमार की हत्या में शामिल थे। इस वारदात को अंजाम देने के बाद वे नेपाल फरार हो गए। फिर वहां से लौटकर दिल्ली समेत एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हमला करने की साजिश रच रहे थे पूछताछ में पता चला कि आतंकी विदेश में बैठे एक हैंडलर्स के संपर्क में थे।

दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को मुठभेड़ के बाद वजीराबाद जिन तीन आईएसआईएस (ISIS) आतंकियों (Terrorists) को मुठभेड़ के बाद पकड़ा उनका मकसद गणतंत्र दिवस से पहले राजधानी में भारी तबाही मचाना था। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि आतंकियों (Terrorists) के निशाने पर यूपी के कुछ धार्मिक नेता और भीड़भाड़ वाले बाजार भी थे। आरोपी नेपाल से अपने विदेशी आका के निर्देश पर तबाही मचाने के लिए दिल्ली आए थे। 

इतिहास में आज का दिन – 10 जनवरी

पुलिस ने बताया कि तीनों पाक परस्त एक विदेशी हैंडलर्स के संपर्क में थे और उसी के कहने पर वे नेपाल दिल्ली आकर किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। उनका मकसद दिल्ली में रहते हुए एक खास समुदाय के लोगों का ब्रेनवाश कर उन्हें आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश में शामिल करना और वारदात के लिए हथियार और विस्फोटक मुहैया कराना था।

 

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