भारतीय सेना की बढ़ती ताकत से चीन-पाकिस्तान परेशान, रक्षा मंत्रालय ने 118 अर्जुन टैंक के लिए ऑर्डर दिया

हेवी व्हीकल्स फैक्ट्री को मिले इस आर्डर से ‘एमएसएमई’ सहित 200 से अधिक भारतीय कंपनियों के लिए रक्षा निर्माण में एक बड़ा अवसर खुलेगा और करीब 8,000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

Indian Army

भारतीय सेना (Indian Army) की लड़ाकू क्षमताओं में बढ़ोतरी के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए रक्षा मंत्रालय ने 7,523 करोड़ रुपये की लागत से सेना की खातिर 118 मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) अर्जुन की खरीद को लेकर एक समझौते को अंतिम रूप दिया।

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रक्षा मंत्रालय ने अर्जुन एमके-1ए टैंकों के लिए हेवी व्हीकल फैक्ट्री (HVF), अवडी, चेन्नई को यह ऑर्डर दिया है। यह एमबीटी एमके-1ए अर्जुन टैंक का नया वर्जन है, जिसमें 72 नयी विशेषताएं और एमके-1 संस्करण से अधिक स्वदेशी उपकरण हैं।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, “मंत्रालय ने 23 सितंबर को भारतीय थल सेना (Indian Army) के लिए 118 मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) अर्जुन एमके -1 ए की आपूर्ति के लिए हेवी व्हीकल फैक्ट्री, अवडी, चेन्नई को एक ऑर्डर दिया।’’ इसमें कहा गया है कि 7,523 करोड़ रुपये के इस ऑर्डर से रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा मिलेगा तथा यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक बड़ा कदम है।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि टैंक दिन और रात के दौरान सटीकता के साथ लक्ष्य को साधने के अलावा, सभी तरह के इलाकों में सहज गतिशीलता सुनिश्चित करेंगे। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने अर्जुन एमबीटी अद्यतन करते हुए इसे विकसित किया है। अर्जुन भारतीय सेना (Indian Army) का मुख्य युद्धक टैंक है।

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एमके-1ए सटीक मारक क्षमता वाला टैंक है और सभी तरह के क्षेत्रों में गतिशीलता में सक्षम और हाई टेक सिस्टम से लैस है। यह दिन और रात, दोनों स्थिति में दुश्मन से मुकाबला कर सकता है। इसने कहा कि हेवी व्हीकल्स फैक्ट्री को मिले इस आर्डर से ‘एमएसएमई’ सहित 200 से अधिक भारतीय कंपनियों के लिए रक्षा निर्माण में एक बड़ा अवसर खुलेगा और करीब 8,000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

साभार: भाषा

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