दंतेवाड़ा की बेटी बनी महासमुंद की SDM, तमाम चुनौतियों के बाद भी IAS नम्रता जैन ने नहीं मानी हार

6 महीने के अंतराल में नम्रता के दो चाचा की मौत हो गई। दोनों चाचा की मौत के बाद नम्रता पूरी तरह से टूट गईं थी।लेकिन उन्होने अपने सपनों को टूटने नहीं दिया।

IAS Namrata Jain

नम्रता जैन (Namrata Jain) के परिजनों ने बताया कि एक वक्त ऐसा भी आया था जब नम्रता पूरी तरह से टूट गई थी। दरअसल नम्रता जिस वक्त IAS की कोचिंग कर रही थी उस वक्त 6 महीने के अंतराल में नम्रता के दो चाचाओं की मौत हो गई थी। 

छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले की बेटी नम्रता जैन (Namrata Jain) ने ये साबित कर दिया कि मुश्किल हालातों के बावजूद भी अपने सपने को पूरा किया जा सकता है। दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित जिले की रहने वाली IAS नम्रता जैन (IAS Namrata Jain) अब महासमुंद की SDM होंगी। ये खबर जैसे ही दंतेवाड़ा जिले में फैली तो लोगों में काफी खुशी का माहौल देखने को मिला।

बता दें कि नम्रता जैन के लिए IAS बनने का सपना पूरा करना आसान नहीं था। नम्रता के सामने एक के बाद एक चुनौतियां सामने आती रहीं हैं, लेकिन हार ना मानते हुए नम्रता ने हमेशा अपने जज्बे को बरकरार रखा।

नम्रता जैन (IAS Namrata Jain) ने दंतेवाड़ा के कारली के निर्मल निकेतन स्कूल से पढ़ाई की है। लेकिन जब 10वीं के बाद नम्रता की आगे की पढ़ाई की बारी आई तो परिजनों ने बाहर भेजने से मना कर दिया था। लेकिन नम्रता की मां ने अपनी बेटी का पूरा साथ दिया, और उन्होने ही परिवारवालों को नम्रता की पढ़ाई के लिए राजी किया। इसके बाद नम्रता ने घर से दूर रहकर 5 साल भिलाई (Bhilai)और दिल्ली (Delhi) में 3 साल तक पढ़ाई की। बता दें कि नम्रता को IAS की पढ़ाई के लिए सबसे ज्यादा प्रोत्साहित (Encouraged) चाचा और मामा ने किया था।

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नम्रता जैन (Namrata Jain) के परिजनों ने बताया कि एक वक्त ऐसा भी आया था जब नम्रता पूरी तरह से टूट गई थी। दरअसल नम्रता जिस वक्त IAS की कोचिंग कर रही थीं उस वक्त 6 महीने के अंतराल में नम्रता के दो चाचाओं की मौत हो गई। पहले बड़े चाचा अमृत जैन की हार्टअटैक (Heart Attack) से तो इसके ठीक 6 महीने बाद छोटे चाचा संतोष जैन की हार्टअटैक (Heart Attack) से मौत हो गई थी। दोनों चाचा की मौत के बाद नम्रता पूरी तरह से टूट गईं थी लेकिन उन्होने अपने सपनों को टूटने नहीं दिया और हौसला बनाए रखा। बता दें कि नम्रता के दोनों चाचा का सपना था कि वो IAS बनें।

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साल 2016 में UPSC की परीक्षा में 99वा रैंक लाने के बाद भी नम्रता IAS बनने से चूक गई थीं। जिसके बाद वो मध्यप्रदेश कैडर की IPS अफसर बनीं। लेकिन नम्रता का लक्ष्य अब भी IAS बनना था। इसीलिए एक साल की छुटटी लेकर नम्रता फिर से IAS बनने के सपने को लिए UPSC परीक्षा की तैयारियों में जुट गईं। और कड़ी मेहनत कर नम्रता जैन ने देशभर में 12वीं रैंक प्राप्त कर अपने और अपने परिवार वालों के सपने को साकार कर दिखाया।

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