घाटी में बढ़ा अमेरिकी हथियारों से लैस आतंकियों का खतरा, हर स्थिति से निपटने के लिए CRPF पूरी तरह तैयार- DG

जम्मू-कश्मीर में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सीआरपीएफ (CRPF) पूरी तरह से तैयार है, भले ही तालिबान के कब्जे में आए अमेरिकी हथियार आतंकियों (Terrorists) के हाथ लग जाएं।

Terrorists

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के डाइरेक्टर जनरल (DG) कुलदीप सिंह के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सीआरपीएफ (CRPF) पूरी तरह से तैयार है, भले ही तालिबान के कब्जे में आए अमेरिकी हथियार आतंकियों (Terrorists) के हाथ लग जाएं।

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डीजी सिंह ने ये माना कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से जम्मू-कश्मीर में आतंकी समूहों का मनोबल बढ़ेगा, ऐसे में यदि तालिबान इन आतंकी संगठनों को अमेरिकी अत्याधुनिक हथियारों से समर्थन देते हैं, तो सीआरपीएफ (CRPF) उनसे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।”

सीआरपीएफ (CRPF) के बहादुरों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक समारोह में सिंह ने बताया कि एक पखवाड़े पहले तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा किए जाने के बाद पैदा हुई स्थिति पर सीआरपीएफ (CRPF) नजर रखे हुए हैं।

खुफिया एजेंसियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि पाकिस्तान में आतंकी लॉन्च पैड गतिविधियां चला रहे हैं, जो दर्शाता है कि जब पूरी दुनिया अफगानिस्तान पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन एक बड़ी योजना के साथ आतंकियों (Terrorists) को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहे हैं।

सिंह के अनुसार, पाकिस्तान में सीमा के पास आतंकी लॉन्च पैड गतिविधियां घुसपैठ की योजना का संकेत देती हैं। इस साल फरवरी में युद्धविराम की घोषणा के बाद इन लॉन्च पैड्स को छोड़ दिया गया था। इनपुट के अनुसार, लगभग 300 आतंकियों (Terrorists) ने फिर से सरहद पार शिविरों पर कब्जा कर लिया है।

सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर भी नजर रख रहा है और तालिबान द्वारा युद्ध से तबाह देश पर पूरी तरह से नियंत्रण करने के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए हाल ही में नॉर्थ ब्लॉक में एक बैठक बुलाई गई थी।

घाटी के करीब 70 नौजवानों के लापता होने की खबरों से सुरक्षा एजेंसियां भी चिंतित हैं। उन्हें आशंका है कि कुछ नौजवान आतंकी संगठनों में शामिल हो गए होंगे।

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