Corona Vaccine: खुशखबरी! भारत बायोटेक की स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ‘Covaxin’ के पहले फेज का क्लीनिकल ट्रायल सफल

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक (Bharat Biotech) द्वारा विकसित स्वदेशी कोविड-19 टीका ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) के पहले चरण के क्लीनिकल परीक्षण के अंतरिम नतीजों से पता चला है कि सभी आयुवर्ग के समूहों पर कोई गंभीर या प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है।

Covaxin

सांकेतिक तस्वीर।

भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) के पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल सफल हो गया है। ट्रायल के दौरान इस वैक्सीन का वालंटियर पर कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है।

कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में कुछ पॉजिटिव खबरें आने लगी हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक (Bharat Biotech) द्वारा विकसित स्वदेशी कोविड-19 टीका ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) के पहले चरण के क्लीनिकल परीक्षण के अंतरिम नतीजों से पता चला है कि सभी आयुवर्ग के समूहों पर कोई गंभीर या प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है।

मतलब, भारत बायोटेक की स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) के पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल सफल हो गया है। ट्रायल के दौरान इस वैक्सीन का वालंटियर पर कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। वैक्सीन ने पहले फेज के क्लीनिकल ट्रायल में बेहतर इम्यून रिस्पॉन्स दिखाया है। भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल सितंबर महीने में ही समाप्त हो गया था, जिसके नतीजे अब सार्वजनिक किए गए हैं।

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हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वायरस (Coronavirus) की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) ने टीका लगवाने वालों में इम्यून रिस्पॉन्स को ट्रिगर किया और कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिले।

कंपनी ने 16 दिसंबर की शाम को इस वैक्सीन के पहले चरण के ट्रायल के नतीजों को जारी करते हुए यह बात कही। कंपनी ने कहा, “वैक्सीन ने न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी (एक प्रकार के इम्यून रिस्पॉन्स) को ट्रिगर किया और सभी प्रकार के डोज ग्रुप में इसकी प्रतिक्रिया अच्छी रही तथा वैक्सीन संबंध‍ित कोई भी प्रतिकूल असर देखने को नहीं मिला।”

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कंपनी ने कहा, “पहले टीकाकरण के बाद, प्रतिकूल प्रभाव हल्के या मध्यम थे और बिना किसी निर्धारित दवा के तेजी से ठीक भी हो गए. सबसे आम प्रतिकूल प्रभाव इंजेक्शन की जगह पर था, जो खुद ही ठीक हो गया।”

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बता दें कि भारत बायोटेक नाक के माध्यम से दिये जाने वाले कोविड-19 (Covid-19) रोधी टीके को भी विकसित कर रही है, जिसके पहले चरण का परीक्षण अगले महीने शुरू हो सकता है। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने 8 दिसंबर को यह जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि भारत बायोटेक कोवैक्सीन समेत अन्य टीकों के उत्पादन के लिए दो और इकाइयां लगा रही है।

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