
फाइल फोटो।
अब तक राजधानी में 6,989 लोगों की मौत कोरोना (Coronavirus) से हुई है। साथ ही दिल्ली में एक्टिव केस और पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रहा है।
कोरोना (Coronavirus) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। देश भर में हर रोज हजारों नए मरीज सामने आ रहे हैं। राजधानी दिल्ली में भी इस महामारी का तांडव जारी है। दिल्ली में कोरोना ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 8 नवंबर की रात जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक, 24 घंटे में 7,745 नए केस सामने आए हैं, जो एक दिन में आए अब तक के सबसे अधिक केस हैं।
इसके साथ ही यहां कोरोना (COVID-19) के कुल मामलों की संख्या 4,38,529 हो गई है। राजधानी में बीते 24 घंटे में 77 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। अब तक राजधानी में 6,989 लोगों की मौत कोरोना (Coronavirus) से हुई है। साथ ही दिल्ली में एक्टिव केस और पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रहा है।
आंकड़ें के अनुसार, दिल्ली में संक्रमण दर यानी पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी के आंकड़े को पार कर गया है। इसके साथ ही यहां एक्टिव मामलों की संख्या भी करीब 42 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी यहां 41,857 कुल एक्टिव केस हैं।
दिल्ली में 24 घंटे में 50,754 नमूनों की जांच की गई जिसमें 7,745 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, इसी के साथ संक्रमण की दर बढ़कर 15.26 प्रतिशत हो गई। हालांकि, दिल्ली में रिकवरी रेट 88.86% हो गई है तो एक्टिव मरीजों की संख्या 9.54% तक पहुंच गई है जबकि डेथ रेट 1.59% है। पिछले 24 घंटे में 6,069 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं। इसके साथ ही कुल ठीक हो चुके मरीजों की संख्या 3,89,683 हो गई है।
अमेरिकी चुनाव में इन दो भारतीय प्रवासियों ने गाड़े झंडे, बनाया जीत का नया रिकॉर्ड
इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा है कि राजधानी में कोविड-19 का तीसरे दौर चरम पर है और मामलों की संख्या देखकर लगता है कि यह अब तक का सबसे बुरा चरण है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिये बिस्तरों की संख्या बढ़ा दी है, लेकिन होटलों और बारातघरों की सेवाएं लेने की अभी कोई योजना नहीं है।
जैन ने कहा, “दिल्ली में कोविड-19 का तीसरा दौर चरम पर है। मामलों की संख्या से प्रतीत होता है कि यह अब तक का सबसे बुरा दौर है. लेकिन जल्द ही मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी।”
ये भी देखें-
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मामलों में वृद्धि की वजह तेजी से जांच किया जाना और संक्रमितों का पता लगाना है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही मामलों में तेज वृद्धि का एक प्रमुख कारण है। जैन ने कहा, “कुछ लोगों को लगता है कि अगर वे मास्क नहीं पहनेंगे तो भी उन्हें कुछ नहीं होगा। वे गलत सोच रहे हैं। जब तक कोविड-19 रोधी टीका तैयार नहीं हो जाता, तब तक मास्क ही एकमात्र दवा है।”
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App