अब कोरस CORAS के जिम्मे इन इलाकों की सुरक्षा, नक्सलियों और आतंकियों का बचना नामुमकिन

कमांडोज फॉर रेलवे सिक्योरिटी (CORAS) इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लॉन्च हुआ है। रेलवे ने बेहतर सुरक्षा और संपत्तियों के संरक्षण के लिए इन कमांडोज को देश के अलग-अलग इलाकों में ट्रेनिंग दी गई है।

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कमांडोज फॉर रेलवे सिक्योरिटी (CORAS) इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लांच हुआ है।

नक्सली आए दिन विकास कार्यों में खलल डालते रहते हैं। सरकार अपनी विकास योजनाओं के तहत नक्सल ग्रस्त इलाकों में मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने का हर संभव प्रयास करती है। पर विकास के दुश्मन ये नक्सली कभी सड़कें, कभी अस्पताल और स्कूल तो कभी रेलवे ट्रैक को उड़ा देते हैं। नक्सल प्रभावित राज्य झारखंड भी इससे अछूता नहीं है। राज्य का धनबाद रेल मंडल का सीआइसी (कमर्शियल इंटिग्रेटेड कॉरिडोर), डुमरी बिहार, दनिया, जगेश्वर बिहार स्टेशन हमेशा से नक्सलियों के निशाने पर रहा है। लेकिन अब इसकी सुरक्षा कमांडोज फॉर रेलवे सिक्योरिटी (CORAS) के हाथों में है।

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कोरस के हवाले रेलवे की सुरक्षा।

हाल ही में यहां पर CORAS को तैनात किया गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र के डुमरी बिहार स्टेशन 2016-17 में नक्सलियों ने स्टेशन को जलाने एवं ट्रैक उड़ाने सहित कई वारदातों को अंजाम दिया था। पहले इस तरह की घटना होने पर आरपीएफ और जिला पुलिस अपनी भूमिका निभाते थे। अब यह पूरी जिम्मेदारी कोरस की होगी। कमांडोज फॉर रेलवे सिक्योरिटी (CORAS) इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लॉन्च हुआ है। रेलवे में बेहतर सुरक्षा और संपत्तियों के संरक्षण के लिए इन कमांडोज को देश के अलग-अलग इलाकों में ट्रेनिंग दी गई है। इनमें महिला और पुरुष कमांडोज शामिल हैं। इससे पहले रेलवे दूसरे पैरा मिलिट्री फोर्सेज की मदद लेता था। पहले चरण में कोरस के 1200 कमांडोज के पहले बैच को देशभर में उन इलाकों में तैनात किया जा रहा है जहां आंतकी खतरा सबसे ज्यादा है।

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इन कमांडो को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, उत्तर-पूर्वी इलाकों और जम्मू-कश्मीर में तैनात किया जाएगा। एनएसजी (NSG) की तर्ज पर कठिन प्रशिक्षण से गुजरने के बाद इन कमांडो की बटालियन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जरिए तैनात होनी शुरू हो गई है। कोरस के जवान हर तरह की आंतकी और नक्सली घटनाओं से निपटनें में न सिर्फ सक्षम हैं बल्कि क्विक रिस्पांस में भी माहिर हैं। किसी ट्रेन में यात्रियों को बंधक बनाने की कोशिश हो, ट्रेन को अगवा करने की कोशिश या फिर किसी साजिश के जरिए रेल यात्रियों को नुकसान पहुचानें की कोशिश हो, ये कोरस कमांडोज किसी भी हालात में साजिश को नाकाम करने में सक्षम हैं।

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