कोरोना वायरस की शुरुआत को लेकर चीन का पलटवार, अमेरिका पर लगाया ये आरोप

चीन (China) ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर अमेरिका (America) पर उसे बदनाम करने का आरोप लगाया है। चीन ने मांग की है कि वुहान से पहले अमेरिका को अपने बायो लैब को जांच के लिए खोलना चाहिए।

China

चीन (China) के  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान (Zhao Lijian) ने अमेरिका (America) पर आरोप लगाया है कि वह लैब से कोरोना वायरस लीक होने जैसे झूठे दावे कर गलत जानकारी फैला रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने 26 मई को अमेरिकी खुफिया एजेंसियों से कोविड-19 (Covid-19) महामारी की उत्पत्ति की जांच के अपने प्रयासों को और तेज करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यह निष्कर्ष निकालने के लिए अपर्याप्त सबूत हैं कि क्या यह किसी संक्रमित जानवर के साथ मानव संपर्क से उभरा है या प्रयोगशाला में हुई दुर्घटना से उभरा है।

इस बीच, चीन (China) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) की उत्पत्ति को लेकर अमेरिका (America) पर उसे बदनाम करने का आरोप लगाया है। चीन ने मांग की है कि वुहान से पहले अमेरिका को अपने बायो लैब को जांच के लिए खोलना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान (Zhao Lijian) ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि वह लैब से कोरोना वायरस लीक होने जैसे झूठे दावे कर गलत जानकारी फैला रहा है।

दिल्ली पुलिस का कॉन्सटेबल जो अपनी लगन के दम पर बन गया ACP, पढ़ें फिरोज आलम की कहानी

झाओ ने कहा कि ये सब डब्ल्यूएचओ की जांच का ‘अनादर’ करता है और ‘वायरस से लड़ने के लिए वैश्विक एकजुटता को कम करने’ का जोखिम उत्पन्न करता है (Coronavirus Origin)। झाओ ने कहा, “अगर अमेरिका वाकई में पूरी पार्दशिता चाहता है तो उसे चीन की तरह डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों को अमेरिका बुलाकर जांच करने देना चाहिए। उसे फोर्ट डेटरिक का सैन्य बेस और अमेरिका की बायो लैब्स को जल्द से जल्द खोलना चाहिए।”

बता दें कि राष्ट्रपति बाइडेन ने 26 मई को एक बयान में कहा, अधिकांश खुफिया समुदाय को यह नहीं लगता है कि इसका आकलन करने के लिए पर्याप्त जानकारी है कि किसकी संभावना अधिक है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं को जांच में सहायता करने का निर्देश दिया और चीन से महामारी की उत्पत्ति को लेकर अंतरराष्ट्रीय जांच में सहयोग करने का आह्वान किया।

श्रीलंकाई मालवाहक जहाज में लगी आग बुझाने में जुटी भारतीय सेना, बचाव अभियान में भारत के जहाज शामिल

उन्होंने कहा, अमेरिका दुनिया भर में समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ काम करता रहेगा ताकि चीन (China) पर पूर्ण, पारदर्शी, साक्ष्य-आधारित अंतरराष्ट्रीय जांच में भाग लेने और सभी प्रासंगिक आंकड़ों एवं साक्ष्यों तक पहुंच प्रदान करने के लिए दबाव डाला जा सके।

उन्होंने इस संभावना को खारिज कर दिया कि अंतरराष्ट्रीय जांच में पूरी तरह से सहयोग करने में चीनी सरकार के इनकार को देखते हुए एक निश्चित निष्कर्ष कभी नहीं निकाला जा सकता है।

झारखंड: चतरा में बड़ी कार्रवाई, TSPC के जोनल कमांडर भीखन गंझू का सहयोगी अर्जुन गंझू गिरफ्तार

गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम के वुहान से बिना निष्कर्ष वापस लौटने के बाद कई अमेरिकी रिपोर्ट्स में वुहान लैब में वायरस की उत्पत्ति की बात कही जा रही है। जिससे एक बार फिर चीन पर वुहान लैब को लेकर दबाव बढ़ रहा है।

वॉल स्ट्रीट जरनल ने हाल ही में अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि नवंबर, 2019 में कोरोना वायरस के लक्षण के साथ इस लैब में काम करने वाले तीन लोग अस्पताल में भर्ती हुए थे यानी कोविड-19 (Covid-19) के पहले मामले की पुष्टि से एक महीना पहले।

ये भी देखें-

अखबार ने ये भी कहा है कि चीन (China) के रिसर्चर्स ने सात साल पहले दक्षिणपश्चिम चीन में स्थित एक खदान से सैंपल भी लिए थे, जहां खनिक चमगादड़ से पैदा हुए एक नई और रहस्यमई कोरोना वायरस बीमारी से ग्रसित हो गए थे। अब पहले की तरह ही इस रिपोर्ट को भी चीन ने खारिज कर दिया है और अमेरिका पर गलत जानकारी फैलाना का आरोप लागाया है।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें