हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, भारत से 5वें दौर की सैन्य बातचीत टली, जानें पूरा मामला

भारतीय वायु सेना ठंड के मौसम में भी एलएसी की निगरानी करेगी। वहीं भारतीय नौसेना हिन्द महासागर पर तैनात होकर भारतीय सीमाओं की रक्षा करेगी।

India China standoff

फाइल फोटो।

भारतीय सीमा से लगे पैंगोंग सो और देपसांग से चीन की पीपल्स लिबरैशन आर्मी (PLA) पीछे हटती नहीं दिख रही है। चीन के नापाक इरादों को देखते हुए भारतीय सेना के 4 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और चीनी मेजर जनरल लुई लिन के बीच 5 वें दौरे की बातचीत को टाल दिया गया है।

चीन (China) अपनी चालबाजी और हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह नए-नए पैतरे आजमा रहा है। एक तरफ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) फिंगर- 4 से जहां वह अपने सैनिक हटाने की बात कर रहा है, वहीं फिंगर-5 से फिंगर-8 तक सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है।

इसे लेकर भारत और चीन (China) के सैन्य कमांडरों के बीच 30 जुलाई को बात होनी थी, जिसे अब टाल दिया गया है। चीन और भारत के बीच चल रही तनातनी के कारण एयरफोर्स और नेवी को भी अलर्ट पर रखा गया है।

भारतीय वायु सेना ठंड के मौसम में भी एलएसी की निगरानी करेगी। वहीं भारतीय नौसेना हिन्द महासागर पर तैनात होकर भारतीय सीमाओं की रक्षा करेगी।

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भारतीय सीमा से लगे पैंगोंग सो और देपसांग से चीन की पीपल्स लिबरैशन आर्मी (PLA) पीछे हटती नहीं दिख रही है। चीन के नापाक इरादों को देखते हुए भारतीय सेना के 4 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और चीनी मेजर जनरल लुई लिन के बीच 5 वें दौरे की बातचीत को टाल दिया गया है।

बता दें कि इससे पहले दोनों देशों के में शांति बहाल को लेकर सेनाओं के शीर्ष सैन्य कमांडरों के बीच चार चरण की वार्ता हो चुकी है। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच भी तनाव कम के लिए 5 जुलाई को 2 घंटे बातचीत हुई थी।

दोनों देशों की सेनाओ के 6 जुलाई से पीछे हटने पर भी सहमति बनी थी। उसके बाद भी पीएलए पीछे हटते नहीं दिख रही। इसका कारण या तो चीन डिसइंगेजमेंट के प्रपोजल को लागू करना नहीं चाहता या वह भारत का ध्यान खींचकर सर्दियों तक ले जाना चाहता है।

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