छत्तीसगढ़: सुकमा में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, CRPF जवानों ने दिखाई मुस्तैदी

छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दिया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने शक्तिशाली IED नष्ट कर दिया। आईईडी बिछाने के पीछे नक्सलियों का इरादा सुरक्षाबलों की गाड़ियों को निशाना बनाना था।

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जवानों ने डिफ्यूज किया 20 किलो का आईईडी। सांकेतिक तस्वीर।

छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दिया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने शक्तिशाली IED नष्ट कर दिया। आईईडी बिछाने के पीछे नक्सलियों का इरादा सुरक्षाबलों की गाड़ियों को निशाना बनाना था। नक्सलियों ने सुकमा जिले फूलबगड़ी इलाके में आईईडी प्लांट किया था। सुकमा के एसपी शलभ सिन्हा ने घटना की पुष्टि की है।

बता दें कि बारिश के मौसम में भी सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान ऑपरेशन मॉनसून चला रहे हैं। इस ऑपरेशन को अंजाम दे रहे डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीआरपीएफ ने पिछले दिनों एक हफ्ते के भीतर 5 महिला नक्सलियों समेत 14 नक्सलियों को मार गिराया था। सुरक्षाबलों के ताबड़तोड़ ऑपरेशंस से नक्सली बौखला गए हैं। इसी बौखलाहट में सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर आईईडी प्लांट किया था। हालांकि, डीआरजी और सीआरपीएफ के बीच बेहतर तालमेल ने नक्सलियों की इस बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।

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नक्सलियों ने जो आईईडी बिछाई थी, वह काफी शक्तिशाली थी। इसे डिफ्यूज करते समय हुए विस्फोट से सड़क पर गड्ढे हो गए। जवानों की सतर्कता से नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए। आईईडी का वजन लगभग 20 किलोग्राम बताया जाता है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर, सुकमा समेत कई जिलों में नक्सल समस्या की पैठ गहरे तक हो गई है। प्रदेश में नक्सल समस्या का खात्मा करने के इरादे से सुरक्षाबल अभियान चला रहे हैं। अब से पहले तक बारिश के मौसम में नक्सल उन्मूलन अभियान रोक दिया जाता था। जंगल में अंधेरा होने, कीड़े-मकोड़ों और जंगली जानवरों की वजह से होने वाली परेशानियों को देखते हुए अभियानों को रोक दिया जाता था। पर पिछले साल तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बारिश के मौसम में भी ऑपरेशन जारी रखने का निर्देश दिया था। यही वजह है कि मौसम की मार झेलते हुए भी सुरक्षाबलों नक्सलियों के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं।

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