नक्सलियों (Naxalites) की वजह से इस रोड पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया था। कार और बस का तो इस रास्ते पर बिल्कुल ही निकलना बंद हो गया था। हालांकि लोग सड़क के किनारे से किसी तरह पैदल चल पा रहे थे।
सुकमा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। इस बीच खबर मिली है कि सुकमा के दोरनापाल-जगरगुंडा रास्ते को अब शुरू कर दिया गया है। ये वही रास्ता है जिसे नक्सलियों ने बंद कर दिया था।
ये रास्ता करीब 10 दिनों तक बंद रहा, लेकिन जवानों ने इसे ट्रैक्टर और जेसीबी की मदद से खोल दिया है। सिलगेर में कैंप के विरोध और गोलीबारी की वजह से नक्सलियों ने इस रोड पर जगह-जगह सड़क काट दी थी और पेड़ गिरा दिए थे।
अब CRPF 223वीं बटालियन और कोबरा 201वीं बटालियन के जवानों की मदद से ये रोड बहाल हो पाई है।
गलवान घाटी में शहीद जवानों की बहादुरी को देश हमेशा याद रखेगा- सेना प्रमुख
नक्सलियों (Naxalites) की वजह से इस रोड पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया था। कार और बस का तो इस रास्ते पर बिल्कुल ही निकलना बंद हो गया था। हालांकि लोग सड़क के किनारे से किसी तरह पैदल चल पा रहे थे।
अब जवानों ने इस रास्ते से सारे कटे हुए पेड़ों को हटा दिया है और गड्ढों को भर दिया है। जवान इस पूरे इलाके में पैनी नजर बनाए हुए हैं।
बता दें कि जगरगुंडा एक नक्सल प्रभावित इलाका है। यहां लोग नक्सलियों के खौफ की वजह से आते-जाते नहीं हैं।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App