छत्तीसगढ़: लॉकडाउन के दौरान भी कम नहीं हो रहा नक्सलियों का उपद्रव, सड़क काटी; बिजली के खंभे और पेड़ गिराए

लॉकडाउन के दौरान भी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों (Naxals) का उत्पात कम नहीं हो रहा है। कुछ इलाकों में नक्सलियों ने ग्रामीण के साथ मारपीट की और सड़कों को नुकसान पहुंचाया है।

Naxalites

लॉकडाउन के दौरान भी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों (Naxals) का उत्पात कम नहीं हो रहा है। कुछ इलाकों में नक्सलियों ने ग्रामीण के साथ मारपीट की और सड़कों को नुकसान पहुंचाया है। जगदलपुर की चिकपाल सड़क कई सालों से नक्सलियों के कब्जे में थी कैम्प खुलने के बाद सड़क बहाल हुई थी। नाले पर पुलिया बनने सहित गांव में दूसरे विकास कार्य भी शुरू हो गए थे, गांव में ही राशन मिलने लगा था। लेकिन विकास नक्सलियों को रास नहीं आता है। वे विकास कार्यों में बाधा डालने के लिए कोई न कोई पैंतरा ढूढ़ते रहते हैं।

Naxals

नकुलनार नक्सलियों (Naxalites) ने कटेकल्याण से चिकपाल जाने वाली सड़क को काट दिया है। इसके अलावा इस मार्ग में लगे बिजली के खंभे और पेड़ भी गिरा दिए। इतना ही नहीं किरंदुल में पेरपा चौक के पास नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर लगाकर 1 अप्रैल को बंद की अपील की है। नक्सलियों (Naxals) ने कुछ ग्रामीणों को जान से मारने की धमकी भी दी है।

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ग्रामीणों ने बताया कि नक्सलियों ने चिकपाल में सीएएफ (CAF) की 17वीं बटालियन का कैंप खोलने के विरोध में इस घटना को अंजाम दिया है। जानकारी के मुताबिक, कटेकल्याण से चिकपाल तक सड़क निर्माण 4 महीने पहले हो गया था। नक्सली (Naxali) शुरू से ही इलाके में इस सड़क के बनने का विरोध कर रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन ग्रामीणों की मांग को पूरा करने सड़क के साथ पुलिया निर्माण की कोशिश कर रहा था, जिसको लेकर नक्सली (Naxals) नाराज थे।

ग्रामीणों के अनुसार, सड़क बनने से गांव में एंबुलेंस के साथ ही अन्य गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो गई थी। सड़क काटने से उन्हें इलाज के लिए अब 12 किमी पैदल चलकर कटेकल्याण आना पड़ेगा। पुलिस एसडीओ चंद्रकांत गवर्ना के मुताबिक, सड़क की मरम्मत के लिए पार्टी रवाना कर दी गई है।

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