Chhattisgarh: इस संवेदनशील इलाके में कानून-व्यवस्था की कमान है ‘महिला शक्ति’ के हाथों, हर पद पर तैनात हैं महिला अधिकारी

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का जांजगीर-चांपा (Janjgir-Champa) महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा है। यह एक ऐसा जिला है जहां जिले की सुरक्षा-व्यवस्था की कमान सिर्फ ‘महिला शक्ति’ के हाथों में हैं।

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राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से कानून व्यवस्था को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का यह जिला काफी संवेदनशील माना जाता है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का जांजगीर-चांपा (Janjgir-Champa) महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा है। यह एक ऐसा जिला है जहां जिले की सुरक्षा-व्यवस्था की कमान सिर्फ ‘महिला शक्ति’ के हाथों में हैं। यहां एसपी से लेकर एडिशनल एसपी, डीएसपी और रक्षित निरीक्षक (आरआइ) के पद पर महिला अफसर तैनात हैं।

खास बात यह है कि सभी महिला अफसर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं। रेंज के जांजगीर-चांपा जिले में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की कमान महिला पुलिस अधिकारियों के हाथों में है। यहां, एसपी पारुल माथुर पदस्थ हैं। वहीं, जिले में एडिशनल एसपी के रूप में मधुलिका सिंह काम कर रही हैं।

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इसी तरह चांपा एसडीओपी पद्म सिंह तंवर, जांजगीर एसडीओपी नंदेश्वरी नंद के साथ ही महिला सेल में डीएसपी माधुरी धिरही खान पदस्थ हैं। यही नहीं, जिला पुलिस के महत्वपूर्ण अंग रक्षित केंद्र में भी मंजूलता केरकेट्टा रक्षित निरीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। महिला अफसरों के तैनात होने से विभिन्न अपराधिक मामलों में थानों तक पहुंच और न्याय के लिए लड़ाई लड़ने की दिशा में महिलाओं को हौसला मिल रहा है।

उन्हें उम्मीद रहती है कि एक महिला दूसरी महिला की समस्याओं को ज्यादा अच्छी तरह से समझ सकेगी। राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से कानून व्यवस्था को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का यह जिला काफी संवेदनशील माना जाता है। बावजूद इसके महिला अधिकारी बिना किसी दबाव के अपना काम संचालित कर रही हैं। कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान भी पुलिस पर ज्यादा जिम्मेदारी थी।

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एसपी माथुर, एएसपी सिंह सहित सभी अधिकारी दफ्तर वऔर मैदानी इलाकों में काम करते हुए आम लोगों को घर में रहने की नसीहत देती रहीं। इस दौरान कभी ऐसा नहीं लगा कि जिले में किसी तरह की अव्यवस्था हुई हो। सभी जिम्मेदारियां उन्होंने बखूबी निभाई है।

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जिले में एक महिला निरीक्षक के साथ ही कार्यालय में दो उप निरीक्षक, एक सहायक उपनिरीक्षक और मैदानी इलाकों में दस हवलदार व 88 महिला आरक्षक तैनात हैं। ये महिला अधिकारी हर समय कानून व्यवस्था को दुरूस्त बनाए रखने के लिए तत्पर रहती हैं।

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