बस्तर में नक्सलियों (Naxalites) का सरेंडर अनुपात बढ़ रहा है और नक्सलियों के भीतरी इलाकों में फोर्स लगातार अंदर घुस रही है, जिससे पहले की तुलना में हालात बदल रहे हैं।
रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद एक बड़ी समस्या है। हालांकि इस पर काबू पाने की लगातार कोशिश की जारी है। ऐसे में इस मुद्दे पर राज्य के DGP डीएम अवस्थी ने हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ को इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू के दौरान उन्होंने नक्सलियों (Naxalites) और नक्सलवाद के मुद्दे पर खुलकर बात की है।
उन्होंने कहा कि बस्तर में नक्सलियों (Naxalites) का सरेंडर अनुपात बढ़ रहा है और नक्सलियों के भीतरी इलाकों में फोर्स लगातार अंदर घुस रही है, जिससे पहले की तुलना में हालात बदल रहे हैं।
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उन्होंने बताया कि सरकार के लोन वर्राटू अभियान को काफी सफलता मिली है, जिसके तहत बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किए हैं और मुख्यधारा में वापसी की है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे के लिए राज्य सरकार ने सभी तरह के विकल्प खुले रखे हैं। इसलिए राज्य और केंद्र सरकार की यही मंशा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों का विकास हो और वह मुख्यधारा से जुड़ें। सुरक्षा एजेंसियों ने कामकाज से लोगों का विश्वास जीता है।
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