छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में 8 लाख के इनामी नक्सली ने किया सरेंडर

मुचाकी साल 2007 में नक्सल संगठन से जुड़ा था। साल 2010 में वह डिप्टी कमांडर बना।2008 के विधानसभा चुनावों के बाद सुकमा जिले में वापस लौट रही पोलिंग पार्टी पर इसने हमला किया था। 2010 में दंतेवाड़ा के कुआकोंडा थाना इलाके के नकुलनार गांव में कांग्रेस नेता अवधेश गौतम पर हमला किया था।

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मुचाकी ने जवानों की 6 एके-47 रायफल भी लूट ली थी। इसी साल उसने सेमली बोड़ेपारा गांव के पास सुरक्षाबलों पर लैंड माइन से हमला किया था। इस नक्सली के आत्मसमर्पण करने से नक्सलियों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को मिल सकेंगी।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में 8 लाख के इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया। सीआरपीएफ, जिला पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के सामने मुचाकी बुदरा उर्फ नरेश ने नक्सलवाद छोड़कर मुख्यधारा में वापस आने की इच्छा जाहिर की। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के मुताबिक, मुचाकी नक्सलियों को ट्रेनिंग देने का काम करता था। इसकी पत्नी भीमे भी नक्सली है, जिसे पकड़ने का प्रयास पुलिस कर रही है। उन्होंने कहा कि मुचाकी के आत्मसमर्पण के बाद अब पुलिस अन्य बड़े नक्सलियों तक भी पहुंच सकेगी। मुचाकी साल 2007 में नक्सल संगठन से जुड़ा था। साल 2010 में वह डिप्टी कमांडर बना।

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2008 के विधानसभा चुनावों के बाद सुकमा जिले में वापस लौट रही पोलिंग पार्टी पर इसने हमला किया था। 2010 में दंतेवाड़ा के कुआकोंडा थाना इलाके के नकुलनार गांव में कांग्रेस नेता अवधेश गौतम पर हमला किया था। इसमें एक जवान घायल हुआ था तथा दो आम लोग और एक नक्सली की मौत हुई थी। इसके अलावा 2012 में दंतेवाड़ा के किरंदुल थाना क्षेत्र के सीआईएसएफ चेकपोस्ट के पास गश्त पर निकली सुरक्षाबलों की टीम पर हमले में इसका हाथ था। इस हमले में जवानों पर मुचाकी समेत अन्य नक्सलियों ने भारी गोली बारी की थी। इस हमले में 6 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए थे। साथ ही मुचाकी ने जवानों की 6 एके-47 रायफल भी लूट ली थी।

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इसी साल उसने सेमली बोड़ेपारा गांव के पास सुरक्षाबलों पर लैंड माइन से हमला किया था। इस नक्सली के आत्मसमर्पण करने से नक्सलियों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को मिल सकेंगी। इससे पहले बीजापुर जिला में चार नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। इनमें एक आठ लाख का इनामी कमांडर और तीन लाख रुपये का इनामी डिप्टी कमांडर और एक महिला नक्सली भी शामिल है। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा के मार्गदर्शन में यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ मिलकर नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है।

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इसी कड़ी में 19 अगस्त को जिला मुख्यालय पहुंचे पीएलजीए बटालियन 01 के कंपनी नम्बर 01 के सेक्शन कमाण्डर 8 लाख का इनामी राकेश उईका और प्लाटून नम्बर 13 के सेक्शन डिप्टी कमाण्डर 3 लाख के इनामी केसु उर्फ सुख लाल सहित 4 माओवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमपर्ण कर दिया। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के अनुसार, राकेश उईका उर्फ बिल्ला दक्षिण बस्तर डिवीजन में सेक्शन कमांडर के तौर पर सक्रिय रहते हुए कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका था। साल 2010 में पश्चिम बस्तर स्मॉल एक्शन टीम में भरती होने के बाद से वह पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला, हेलीकॉप्टर पर फायरिंग, मिनपा कैम्प में हमला, एम्बुश लगाने सहित कई अन्य घटनाओं में शामिल रहा है।

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आत्मसमर्पण करने वाला दूसरा नक्सली केसु भैरमगढ़ एरिया कमेटी में साल 2003 से काम कर रहा था। वह नक्सलियों के ट्रेनिंग स्कूल में शिक्षक के रूप में काम करता था। इसके साथ ही वह फायरिंग और आगजनी की कई घटनाओं में शामिल रहा है। इनके अलावा बुधरू मोड़ियाम और सोमारी कड़ती ने भी आत्मसमर्पण किया है। इन सभी ने नक्सली विचारधारा से त्रस्त होकर और पुलिस की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।

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