छत्तीसगढ़: सुरक्षाबलों पर की फायरिंग, जवाबी कार्रवाई के बाद भागे नक्सली, दस्तावेज बरामद

छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा और बीजापुर से लगे इलाकों में पुलिस ‘ऑपरेशन प्रहार’ चला रही थी। इस अभियान के दौरान जवानों का नक्सलियों से सामना हो गया।

Naxali

जवानों को यहां नक्सली नेता गणेश उईके, पापाराव, देवा और बिज्जा के होने की जानकारी मिली थी।

छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा और बीजापुर से लगे इलाकों में पुलिस ‘ऑपरेशन प्रहार’ चला रही थी। इस अभियान के दौरान जवानों का नक्सलियों से सामना हो गया। कुछ देर तक हुई मुठभेड़ के बाद नक्सली (Naxali) भाग खड़े हुए। इसके बाद जवानों ने इलाके की तलाशी ली, जिसमें सुरक्षाबलों द्वारा नक्सलियों के कंप्यूटर, लैपटॉप और प्रिंटर बरामद किए गए हैं। ये चीजें बड़े नक्सली नेता ही इस्तेमाल करते हैं।

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सुरक्षाबलों द्वारा बरामद नक्सलियों के दस्तावेज।

नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर की फायरिंग: दरअसल, जवानों को यहां नक्सली नेता गणेश उईके, पापाराव, देवा और बिज्जा के होने की जानकारी मिली थी। ये नक्सली (Naxali) नेता छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के थिंक टैंक हैं। जवान ऑपरेशन पर निकले थे। इस दौरान 26 फरवरी को बासागुड़ा, गंगालूर के इलाकों में नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी।

पानी के प्लास्टिक टैंक के अंदर छिपाकर रखे थे सामान: जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद नक्सली (Naxali) भाग खड़े हुए। सुरक्षाबलों की टीम ने नक्सलियों का कैम्प तबाह कर दिया और इलाके की तलाशी ली। तलाशी के दौरान जवानों को जमीन में एक बड़ा गड्ढा बनाकर पानी के प्लास्टिक टैंक के अंदर नक्सलियों (Naxalites) द्वारा छिपाकर रखे गए प्रिंटर, बैटरी, कंप्यूटर और बड़ी तादाद में दस्तावेज मिला। सभी को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया।

पुलिस के हाथ लगे महत्वपूर्ण दस्तावेज: बरामद किए गए सामान में एक ब्रॉशर भी है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के किसी कार्यक्रम के दौरान की तस्वीर, सौंदर्यीकरण के प्रोजेक्ट की तस्वीरें वगैरह हैं। इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं।

क्या कहा एसपी ने:  दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के मुताबिक, यह एक बड़ी छापेमारी है। किस स्तर का नक्सली (Naxali) लीडर इस कैम्प में था, इसका भी खुलासा जल्द होगा। बरामद किए गए सामान का एनालिसिस करने से कई अहम जानकारियां हमें मिलेंगी। जो नक्सलियों के खिलाफ आगे की रणनीति बनाने में सहायक होगा। कई तरह की तस्वीरें और प्रिंट किए गए नक्सलियों (Naxalites) के रणनीतिक दस्तावेज मिलने की उम्मीद है। इनमें कई वांटेड नक्सलियों की जानकारी भी हो सकती है।

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