छत्तीसगढ़: नक्सलियों के ही कब्जे में है CRPF का जवान, छोड़ने के लिए रखी ये शर्त

नक्सलियों (Naxalites) का कहना है कि राज्य सरकार जब बातचीत के लिए मध्यस्त की घोषणा कर देगी, उसके बाद ही हम सीआरपीएफ के कमांडो को छोड़ेंगे।

Rakeshwar Singh Manhas

नक्सलियों के कब्जे में जवान राकेश्वर सिंह

नक्सलियों (Naxalites) का कहना है कि राज्य सरकार जब बातचीत के लिए मध्यस्त की घोषणा कर देगी, उसके बाद ही हम सीआरपीएफ के कमांडो को छोड़ेंगे।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सली (Naxalites) हमले में लापता जवान राकेश्वर सिंह से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। नक्सलियों ने 2 पेज का एक बयान जारी कर ये बताया है कि लापता CRPF का कोबरा कमांडो उनके कब्जे में है।

प्रतिबंधित कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) ने ये बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि 3 अप्रैल को एनकाउंटर होने के बाद से लापता जवान राकेश्वर सिंह  उनके कब्जे में है।

नक्सलियों (Naxalites) का कहना है कि राज्य सरकार जब बातचीत के लिए मध्यस्त की घोषणा कर देगी, उसके बाद ही हम सीआरपीएफ के कमांडो को छोड़ेंगे।

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छत्तीसगढ़ पुलिस ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा है कि नक्सलियों की ये चिट्ठी सही है। इसके अलावा खबर ये भी है कि नक्सली जल्द अगवा किए गए जवान का वीडियो भी जारी करेंगे। नक्सलियों का कहना है कि अगर सरकार उनकी सुनती है तो वो 2 दिन में जवान को छोड़ भी देंगे।

इसके अलावा प्रेस नोट में नक्सलियों ने ये दावा किया है कि सुरक्षाबलों के साथ 3 अप्रैल 2021 को हुई मुठभेड़ में 4 नक्सली मारे गए हैं। इसमें 3 नक्सलियों का अंतिम संस्कार हो गया है और एक का शव उन्हें नहीं मिल सका।

नक्सलियों ने ये भी कहा है कि उन्होंने सीआरपीएफ जवानों के हथियार और सामान को भी लूटा है।

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