मीटिंग में कई और अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई, जिसमें आत्मसमर्पित नक्सलियों (Naxalites) व नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए आवास, स्वरोजगार, लोन, कृषि योग्य भूमि, नौकरी आदि शामिल हैं।
गरियाबंद: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। इस बीच गरियाबंद से एक पॉजिटिव खबर सामने आई है। यहां अब नक्सल पीड़ित परिवार के बच्चे भी अंग्रेजी स्कूल में पढ़ सकेंगे।
मंगलवार को कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर की अध्यक्षता में टास्क फोर्स बैठक आयोजित की गई, जिसमें कलेक्टर ने कहा कि नक्सल पीड़ित परिवारों के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दाखिला दिया जाएगा।
मीटिंग में कई और अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई, जिसमें आत्मसमर्पित नक्सलियों (Naxalites) व नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए आवास, स्वरोजगार, लोन, कृषि योग्य भूमि, नौकरी आदि शामिल हैं।
कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नक्सल पीड़ित परिवारों की सूची उन्हें दी जाए, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सके।
कलेक्टर ने कहा है कि पीड़ित परिवारों के बच्चों को आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।
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