सांकेतिक तस्वीर
दंतेवाड़ा पुलिस ने लोन वर्राटू अभियान-2 की शुरुआत की है। इसके तहत जो नक्सली (Naxalites) सरेंडर कर चुके हैं, अब उन्हें पहचान भी मिलेगी। यानी सरकारी डॉक्यूमेंट्स में उनका नाम होगा।
दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। इसका नतीजा ये हुआ है कि दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर चुके हैं और मुख्यधारा की ओर लौट रहे हैं।
ताजा खबर ये है कि दंतेवाड़ा पुलिस ने लोन वर्राटू अभियान-2 की शुरुआत की है। इसके तहत जो नक्सली (Naxalites) सरेंडर कर चुके हैं, अब उन्हें पहचान भी मिलेगी। यानी सरकारी डॉक्यूमेंट्स में उनका नाम होगा।
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सरेंडर करने वाले नक्सलियों के आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी जैसै तमाम सरकारी डॉक्यूमेंट्स बनाए जा रहे हैं, जिससे वह मुख्यधारा में शामिल होकर एक आम जिंदगी जी सकें। अब तक 255 सरेंडर करने वाले नक्सलियों के डॉक्यूमेंट्स बनाए जा चुके हैं। दंतेवाड़ा पुलिस खुद इस मुहिम को चला रही है।
बता दें कि दंतेवाड़ा पुलिस ने जून 2020 में लोन वर्राटू अभियान शुरू किया था। इसका मकसद था कि नक्सली सरेंडर करें और मुख्यधारा से जुड़ें। इस अभियान से प्रभावित होकर अब तक 99 इनामी समेत 375 नक्सलियों ने सरेंडर किया है, जिसमें कई कमांडर स्तर के नक्सली भी हैं।
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