बिहार: NIA जांच में होगा नक्सली योजना का खुलासा, 3 नक्सलियों के कब्जे से मिले हथियारों के जखीरे की जांच शुरू

जांच में इन तीनों नक्सलियों ने कुछ भी बड़ा खुलासा नहीं किया, लेकिन इनके पास से जब्त भारी तादात में हथियार कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं, ऐसे में अब एनआईए को इस जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

NIA

File Photo

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पटना और जहानाबाद में नक्सलियों (Naxals) के कब्जे से बरामद अवैध हथियार व विस्फोटक मामले की जांच शुरू कर दी है। एनआईए ने इस मामले में आर्म्स एक्ट, विस्फोट अधिनियम, यूएपीए एक्ट समेत कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है।

छत्तीसगढ़: बलरामपुर पुलिस ने नक्सलियों (Naxals) के सहयोगी दंपत्ति को किया गिरफ्तार, प्रबंधक को दी थी लेवी के लिए धमकी

एनआईए (NIA) ने अपनी जांच में जहानाबाद इलाके के नक्सली परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल जी व संजय सिंह, गया क्षेत्र के परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल जी के पुत्र गौतम कुमार और उमेश यादव उर्फ राधेश्याम सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया है।

गौरतलब है कि इसी साल 31 मार्च को बिहार एसटीएफ ने नक्सलियों (Naxals) के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत पटना और जहानाबाद में एक साथ छापेमारी की थी, जिसमें बड़े नक्सली नेता पशुराम सिंह उर्फ नंदलाल जी समेत तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ ने इन तीनों के पास से भारी तादात में हथियार व विस्फोटक बनाने की सामग्री सहित कई आपत्तिजनक वस्तुएं जब्त की थीं।

एसटीएफ ने इन तीनों नक्सलियों (Naxals) की गिरफ्तारी के लिए जहानाबाद जिले के करोना थाना अन्तर्गत विस्टैल और पटना के गजाधर चक में छापेमारी की थी। जहानाबाद से विस्टैल गांव के रहने वाले नक्सली परशुराम सिंह और संजय सिंह को पकड़ा गया है, जबकि दानापुर के गजाधर चक से गौतम सिंह नाम का नक्सली को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि पुलिसिया जांच में इन तीनों नक्सलियों ने कुछ भी बड़ा खुलासा नहीं किया, लेकिन इनके पास से जब्त भारी तादात में हथियार कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं, ऐसे में अब एनआईए को इस जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे कि गया इलाके में सक्रिय बड़े नक्सली मॉड्यूल का फंडाभोड़ और किसी बड़ी अनहोनी से बचा जा सके।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें