बिहार: प्रद्युम्न शर्मा के करीबी सहित तीन नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़े

बिहार के जहानाबाद जिले के विशुनगंज ओपी के काजीसराय से पुलिस ने तीन नक्सलियों (Naxals) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक देसी कारबाइन, दो देसी पिस्तौल, 50 कारतूस, नक्सली पर्चा, डायरी जब्त किया गया है।

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बिहार के जहानाबाद जिले के विशुनगंज ओपी के काजीसराय से पुलिस ने तीन नक्सलियों (Naxals) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक देसी कारबाइन, दो देसी पिस्तौल, 50 कारतूस, नक्सली पर्चा, डायरी जब्त किया गया है। पुलिस ने उस टेम्पो को भी जब्त कर लिया है, जिस पर सवार होकर नक्सली आए थे। हालांकि मौके से एक नक्सली भागने में सफल हो गया।

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जहानाबाद से गिरफ्तार नक्सली।

पकड़े गए नक्सलियों (Naxals) में भेलावर ओपी के मई गांव का निवासी रामईश्वर प्रसाद उर्फ रामेश्वर उर्फ राकेश साव है। वह नक्सली कमांडर प्रद्युम्न शर्मा का प्रमुख सहयोगी है। इसके अलावा गिरफ्तार नक्सलियों में घोसी थाने के गमहरपुर गांव का रहने वाला सुजीत और टेहटा ओपी क्षेत्र का निवासी एक नाबालिग शामिल है। एसपी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि काजीसराय के इलाके में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए हुलासगंज की ओर से एक टेम्पो पर सवार हथियारबंद नक्सलियों (Naxals) का गिरोह आ रहा है। सूचना के आधार पर 9 फरवरी की दोपहर काजीसराय के पास गाड़ियों की चेकिंग शुरू की गई।

पुलिस को देखकर टेम्पो पर सवार लोग भागने लगे। जिसमें से उक्त तीन लोगों को पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया। एसपी के अनुसार, पूछताछ के दौरान रामईश्वर उर्फ राकेश और सुजीत ने स्वीकार किया कि वे लोग भाकपा-माओवादी के एक शीर्ष कमांडर प्रद्युम्न शर्मा के साथ संगठन में काम करते थे। भट्ठा मालिकों और ठेकेदारों से लेवी वसूलने के अलावा अन्य नक्सली वारदातों में अपनी संलिप्तता की भी बात स्वीकार की। वह इस इलाके के युवकों को नक्सली संगठन में भर्ती कराने का काम करता था। बता दें कि नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ बिहार पुलिस एक्शन में है।

अब नक्सलियों की शामत आने वाली है, क्योंकि उनके खिलाफ बिहार-झारखंड की पुलिस एकजुट हो गई है। झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी कमल नयन चौबे की अध्यक्षता में इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक हुई थी। बैठक में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, झारखंड सेक्टर के सीआरपीएफ (CRPF) आईजी राजकुमार और एडीजी विशेष शाखा अजय कुमार सिंह मौजूद थे। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव किसी तरह से नक्सली बाधा नहीं बनें इसको लेकर 5 फरवरी को झारखंड पुलिस मुख्यालय मे बिहार और झारखंड पुलिस की साझा बैठक हुई। इस बैठक में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ अभियान की रणनीति बनाई गई।

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