बिहार: नक्सल प्रभावित इलाके के छात्रों को SSB ने शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा

बिहार के गया जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) के छात्रों को सशस्त्र सीमा बल (SSB) बोधगया के 29 वीं वाहिनी ने शौक्षिक भ्रमण पर कोलकाता भेजा है।

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बिहार: नक्सल प्रभावित इलाके के छात्रों को SSB ने शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा

बिहार के गया जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) के छात्रों को सशस्त्र सीमा बल (SSB) बोधगया के 29 वीं वाहिनी ने शौक्षिक भ्रमण पर कोलकाता भेजा है। औरंगाबाद, नवादा और गया जिलों के काला पहाड़, बाराचट्टी, बीबीपेशरा, मोहनपुर और फतेहपुर, नवादा सहित कई इलाकों के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र से 30 छात्रों को कोलकाता भ्रमण के लिए भेजा गया।

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छात्रों के साथ SSB की टीम।

बिहार के गया जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) के छात्रों को सशस्त्र सीमा बल (SSB) बोधगया के 29 वीं वाहिनी ने शौक्षिक भ्रमण पर कोलकाता भेजा है। औरंगाबाद, नवादा और गया जिलों के काला पहाड़, बाराचट्टी, बीबीपेशरा, मोहनपुर और फतेहपुर, नवादा सहित कई धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से 30 छात्रों को कोलकाता भ्रमण के लिए भेजा गया। सशस्त्र सीमा बल के उप-महानिरीक्षक सोमित जोशी ने हरी झंडी दिखाकर इन्हें रवाना किया।

इस मौके पर उप-महानिरीक्षक जोशी ने बताया कि सशस्त्र सीमा बल का उद्देश्य छात्रों को भ्रमण कराने के साथ इन छात्रों को देश की समृद्ध संस्कृति और देश के विकास से अवगत कराना है। शैक्षणिक भ्रमण से छात्रों के बीच एक नई अनुभूति भी जागृत होती है। जिससे वह भारत की विविधताओं जैसे इतिहास, विज्ञान, संस्कृतिक रहन-सहन, प्राकृतिक की व्यक्तिगत रुप को जाने। शैक्षिक भ्रमण इन नक्सल प्रभावित इलाकों में रहने वाले युवाओं के विकास में सहायक बने। इस शैक्षणिक भ्रमण में जाने वाले प्रतिभागी लड़कों में बहुत खुशी और कुछ नया सीखने की उम्मीद थी।

बता दें कि सुरक्षाबल नक्सल प्रभावित इलाकों (Naxal Area) के युवाओं के लिए ये सराहनीय पहल कर रहे हैं। इसके तहत वैसे युवा जिन्होंने कभी अपने इलाके के बाहर की दुनिया नहीं देखी है, उन्हें देश के विभिन्न जगहों पर शैक्षणिक भ्रमण के लिए भेजा जाता है। इस भ्रमण का मकसद होता है नक्सल प्रभावित और पिछड़े इलाकों के युवाओं का देश की विवधता से परिचय कराना। यह जानकारी बढ़ाने के साथ-साथ इन युवाओं के व्यक्तित्व के विकास में भी सहायक है।

पढ़ें: नक्सल प्रभावित इलाकों के स्कूलों के लिए सरकार की नई पहल

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