फाइल फोटो।
बिहार (Bihar) के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) ने वीआरएस ले लिया है। प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार (Nitish Kumar Government) ने इसे मंजूर भी कर लिया है। गुप्तेश्वर पांडेय के कार्यकाल पूरा होने से पहले रिटायरमेंट (वीआरएस) लेने को लेकर अटकलें काफी समय से लगाई जा रही थीं। अब उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन दिया, जिसे राज्य सरकार ने मंजूर कर लिया है।
सिविल डिफेंस एंड फायर सर्विसेज के डीजी संजीव कुमार सिंघल को अगले आदेश तक डीजीपी बिहार का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। 1987 बैच के आईपीएस ऑफिसर गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) को जनवरी 2019 में बिहार का डीजीपी बनाया गया। बतौर डीजीपी उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2021 तक था।
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हालांकि, उन्होंने 22 सितंबर को कार्यकाल पूरा होने से पहले रिटायरमेंट का फैसला लिया। जिसे प्रदेश सरकार ने मंजूर कर लिया। आईपीएस अधिकारी के तौर पर गुप्तेश्वर पांडेय ने करीब 33 साल की सर्विस पूरी कर चुके हैं। उन्होंने बिहार के कई जिलों में एसपी के तौर पर जिम्मेदारी संभाली। डीआईजी, आईजी और एडीजी के पद पर रहते हुए उन्होंने अपराध पर लगाम को लेकर कई बड़े कदम उठाए।
डीजीपी का पदभार संभालने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था कि क्राइम कंट्रोल ही उनकी प्राथमिकता रहेगी। गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) के VRS लेने के बाद उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हैं। माना जा रहा कि वो एनडीए की ओर से उम्मीदवार हो सकते हैं।
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उधर, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) ने कहा है, “मैंने अभी तक कोई राजनीतिक दल ज्वॉइन नहीं किया है, न ही मैंने इस संबंध में अभी तक कोई फैसला लिया है। जहां तक समाज सेवा करने की बात है, बिना पॉलिटिक्स ज्वॉइन किए भी मैं ये कर सकता हूं।”
I have not joined any political party as of now and I have not taken any decision on it yet. As far as social work is concerned, I can do it without entering politics too: Gupteshwar Pandey
He recently took VRS from his services in Bihar Police as Director General of Police(DGP) pic.twitter.com/z23isehv12
— ANI (@ANI) September 23, 2020
बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय ने चुनावी मैदान में उतरने के लिए 11 साल पहले भी वीआरएएस लिया था, लेकिन बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने दोबारा वर्दी पहन ली थी। दरअसल, गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) ने 2009 में वीआरएस लिया था।
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कहा जाता है कि गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) बिहार की बक्सर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया, उन्हें टिकट नहीं मिला। गुप्तेश्वर पांडेय ने इस्तीफा देने के 9 महीने बाद बिहार सरकार से कहा कि वे अपना इस्तीफा वापस लेना चाहते हैं। बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने उनकी अर्जी को स्वीकार करते इस्तीफा वापस कर दिया था। इस तरह से गुप्तेश्वर पांडेय की पुलिस सर्विस में वापसी हो गई। 2009 में जब पांडेय ने वीआरएस लिया था, तब वो आईजी थे।
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