Bihar Assembly Elections 2020: चुनाव के मद्देनजर मुजफ्फरपुर पुलिस हुई सतर्क, SSB ने नक्सल प्रभावित इलाकों में किया फ्लैग मार्च

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) की घोषणा के साथ ही तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। चुनाव के देखते हुए 27 सितंबर को सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने मुजफ्फरपुर जिले के पश्चिमी दियारा के नक्सल प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया।

Bihar Assembly Elections 2020

चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) को लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस (Police) ने तैयारी शुरू कर दी है। उसी के तहत नक्सल प्रभावित इलाके में फ्लैग मार्च किया गया।

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) की घोषणा के साथ ही तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। चुनाव के देखते हुए 27 सितंबर को सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने मुजफ्फरपुर जिले के पश्चिमी दियारा के नक्सल प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। इसका नेतृत्व एडिशनल एसपी ऑपरेशन विजय शंकर सिंह और पारू एसएसबी (SSB) के कंपनी कमांडर ऋतुराज कर रहे थे।

चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) को लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस (Police) ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत नक्सल प्रभावित इलाके में फ्लैग मार्च किया गया। पश्चिमी दियारा के संदिग्ध नक्सलियों को चिह्नित किया जा रहा है। पश्चिमी दियारा के पारू और साहेबगंज विधानसभा क्षेत्रों में नक्सलियों (Naxalites) की गहरी पैठ रही है।

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इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान देवरिया में बारूदी सुरंग विस्फोट कर नक्सलियों ने मजिस्ट्रेट समेत पांच पुलिसकर्मियों की जान ले ली थी। इन इलाकों में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) के दौरान नक्सली सक्रियता दिखा सकते हैं। इसलिए सुरक्षा के मद्देनजर एसएसबी (SSB) की टीम ने देवरिया, रामलीला गाछी, पारू, मोहब्बतपुर, जाफरपुर, सोहासी समेत तमाम नक्सली इलाकों में फ्लैग मार्च किया।

बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) होने वाले हैं। चुनाव आयोग (Election Commission) ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) को तीन चरणों में कराने की घोषणा कर दी है। इसके लिए 1 अक्टूबर, 2020 को अधिसूचना जारी होने के बाद 8 अक्टूबर तक नामांकन पत्र प्रत्याशी द्वारा भरा जाएगा।

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9 अक्टबूर को स्क्रूटनी होगी जबकि 12 अक्टूबर तक नामांकन में वैध पाए जाने वाले प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे। 26 अक्टूबर की शाम तक ये प्रत्याशी खुद के लिए जनता के बीच जाकर अपने लिए वोट का समर्थन मांग सकेंगे। चुनाव आयोग द्वारा (Election Commission) घोषणा किए जाने के बाद प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर तैयारी को लेकर हलचल तेज हो गई है।

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