शहीद हवलदार बलजीत सिंह को मरणोपरांत मिला सेना मेडल, परेड के दौरान पत्नी ने संभाला पति का ये सम्मान

12 फरवरी 2019 को शहीद बलजीत सिंह ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के काकापोरा में आतंकियों से कड़ा मुकाबला किया था और अपने साथियों की जिंदगी भी बचाई थी।

Baljit Singh

12 फरवरी 2019 को शहीद बलजीत सिंह (Baljit Singh) ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के काकापोरा में आतंकियों से कड़ा मुकाबला किया था और अपने साथियों की जिंदगी भी बचाई थी।

नई दिल्ली: साल 2019 में शहीद हवलदार बलजीत सिंह (Baljit Singh) को मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया गया, जिसे बुधवार को उनकी पत्नी अरुण रानी को परेड के दौरान सौंपा गया।

बता दें कि 12 फरवरी 2019 को शहीद बलजीत सिंह (Baljit Singh) ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के काकापोरा में आतंकियों से कड़ा मुकाबला किया था और अपने साथियों की जिंदगी भी बचाई थी। इस दौरान कई आतंकी मारे गए थे। इस समय शहीद बलजीत सिंह 50 राष्ट्रीय राइफल में हवलदार के पद पर तैनात थे।

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जिस समय बलजीत सिंह शहीद हुए, उस समय उनकी उम्र 35 साल थी। वह करनाल के गांव डिंगर माजरा के रहने वाले थे।

कहते हैं कि शहीद के बाद उसकी पत्नी जो जिंदगी जीती है, वह बॉर्डर पर लड़ रहे किसी जवान से कम नहीं है। लेकिन फिर भी वह अकेले समाज की हर मुश्किल से लड़ती है और अपने बच्चों को पालती है। देश के लिए मर मिटने वाले ये शहीद और उनका परिवार ही देश के सच्चे हीरो हैं।

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