DRDO जल्द करेगा देश की पहली स्वदेशी मिसाइल ‘अस्त्र’ का परीक्षण, जानें इसकी खासियत

देश की पहली स्वदेशी मिसाइल ‘अस्त्र’ (Astra) का परीक्षण जल्द ही लड़ाकू विमान तेजस से किया जाएगा। यह हवा से हवा में मार करने वाली और ध्वनि से चार गुना तेज रफ्तार वाली मिसाइल है।

Astra

फाइल फोटो।

खास बात यह है कि ‘अस्त्र’ (Astra) मिसाइल का आकार बाकी मिसाइलों की तुलना में काफी छोटा है और वजन भी बेहद कम है। ‘अस्त्र’ करीब 3.8 मीटर लंबी और 7 इंच चौड़ी है।

चीन से बढ़ते तनाव के बीच भारत लगातार अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है। इसके मद्देनजर भारतीय सेना के लड़ाकू विमानों को मिसाइलों से लैस किया जा रहा है। इस कड़ी में देश की पहली स्वदेशी मिसाइल ‘अस्त्र’ (Astra) का परीक्षण जल्द ही लड़ाकू विमान तेजस से किया जाएगा। यह हवा से हवा में मार करने वाली और ध्वनि से चार गुना तेज रफ्तार वाली मिसाइल है।

बता दें कि ‘अस्त्र’ मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानी डीआरडीओ (DRDO) ने तैयार किया है। स्वदेशी तकनीक से बनी यह मिसाइल किसी भी मौसम में सटीक हमला करने में सक्षम है। यह करीब 100 किलोमीटर दूर तक आसानी से दुश्मन को मार गिरा सकती है।

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सबसे खास बात यह है कि ‘अस्त्र’ मिसाइल का आकार बाकी मिसाइलों की तुलना में काफी छोटा है और वजन भी बेहद कम है। ‘अस्त्र’ (Astra) करीब 3.8 मीटर लंबी और 7 इंच चौड़ी है। इसका वजन सिर्फ 154 किलो है। सूत्रों के मुताबिक, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल ‘अस्त्र’ ध्वनि की गति से 4 गुना तेज है।

फिलहाल, इसे तेजस से जोड़ दिया गया है और उनका ग्राउंड ट्रायल पूरा हो चुका है। जानकारी के मुताबिक, स्वदेशी मिसाइल ‘अस्त्र’ (Astra) और स्वदेशी फाइटर जेट तेजस का फ्लाइट ट्रायल अगले कुछ महीनों में किया जाएगा।

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इसके अलावा, डीआरडीओ ने अगले साल यानी साल 2021 की पहली छमाही में 160 किमी की रेंज के साथ अस्त्र के दूसरे वर्जन मार्क-2 के परीक्षण की प्लानिंग भी शुरू कर दी है। सूत्रों का दावा है कि डीआरडीओ 350 किलोमीटर की रेंज वाली ‘अस्त्र’ मिसाइल भी बना रहा है। इसे ‘अस्त्र’ मार्क-3 नाम दिया जाएगा।

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