छत्तीसगढ़: एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान ग्रामीणों की सुरक्षा का रखा जाए खास ध्यान- डीजीपी

राज्य के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने 13 जनवरी को नक्सल प्रभावित बस्तर के नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने वहां आला अफसरों के साथ मीटिंग की और नक्सल समस्या तथा कानून व्यवस्था की समीक्षा की।

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छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सरकार और पुलिस का रुख काफी सख्त है। लगातार पुलिस के नक्सल (Naxal) विरोधी अभियानों की समीक्षा की जा रही है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सरकार और पुलिस का रुख काफी सख्त है। पुलिस के नक्सल (Naxal) विरोधी अभियानों की लगातार समीक्षा की जा रही है। इसी सिलसिले में राज्य के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने 13 जनवरी को नक्सल प्रभावित बस्तर के नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने वहां आला अफसरों के साथ मीटिंग की और नक्सल समस्या तथा कानून व्यवस्था की समीक्षा की।

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मीटिंग में आला अफसरों के साथ डीजीपी डीएम अवस्थी।

डीजीपी अवस्थी के साथ केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के वरिष्ट अधिकारी और बस्तर रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. तथा पुलिस अधीक्षक नारायणपुर मोहित गर्ग और दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव इस समीक्षा बैठक में शामिल हुए। अवस्थी ने अफसरों को निर्देश दिया कि नक्सल (Naxal) प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के सुरक्षा तंत्र को और मजबूत किया जाए तथा प्राप्त सूचनाओं की सत्यता जांच करने के बाद नक्सलियों के विरूद्ध सटीक कार्यवाई करते हुए सर्च अभियान निरंतर चलाया जाए।

साथ ही पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री की भावनाओं के अनुरूप किसी भी परिस्थितियों में आम नागरिकों और ग्रामीणजनों को परेशान न किया जाए तथा उन्हें पुलिस के सर्चिंग अभियान से किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इस बात का पूरा-पूरा ध्यान रखा जाए। प्रदेश के आम नागरिकों के मन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ना चाहिए, तभी मजबूत पुलिस और विश्वसनीय पुलिस का सपना साकार होगा। डीजीपी ने कहा कि दंतेवाड़ा और जगदलपुर जिले में सुरक्षा दृष्टि से और नए कैंप खोले जाएंगे।

इसके बाद नक्सलियों के दरभा डिवीजन को समाप्त कर दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक फोर्स की मंशा है कि जल्द ही नक्सलियों का दरभा डिवीजन समाप्त कर दिया जाएगा। इसके लिए जरूरत और सुरक्षा के लिहाज से कुछ और पुलिस कैंप दोनों जिलों में खोले जाएंगे। साथ ही, सीमाई जिलों के साथ समन्वय करते नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। डीजीपी ने पुलिस अधिकारी और नक्सल (Naxal) मोर्चा के कमांडरों से उनकी व्यक्तिगत परेशानी और सुझावों पर भी चर्चा की।

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