“तालिबान के साथ हजारों की तादाद में पाक आतंकी आ रहे हैं” अशरफ गनी ने पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति को कर दिया था आगाह

दोनों नेताओं की बातचीत से यह संकेत मिलते हैं कि उस समय न तो बाइडेन और न ही गनी (Ashraf Ghani) को इस बात का अंदेशा था कि अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा इतनी जल्दी हो जायेगा।

Ashraf Ghani

Pakistani terrorists coming to Afghanistan: Ghani informed Biden on July 23।। Pic Credit- @hindustantimes

अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने देश छोड़ने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बीच फोन पर बातचीत की थी। दावा किया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत 23 जुलाई को हुई थी, यानी जब तालिबान ने पूरे अफगान पर कब्जा नहीं किया था। हालांकि, ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अशरफ गनी (Ashraf Ghani) को भनक लग गयी थी कि तालिबान को खड़ा करने के लिए पाकिस्तान अपनी जी-जान लगा रहा है। गनी ने बाइडेन को यह भी बताया था कि अफगान पर बड़ा आक्रमण होने वाला है और करीब 10 से 15 हजार पाकिस्तानी आतंकवादी भी इसमें शामिल थे।

घाटी में बढ़ा अमेरिकी हथियारों से लैस आतंकियों का खतरा, हर स्थिति से निपटने के लिए CRPF पूरी तरह तैयार- DG

समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक, 14 मिनट तक चली बातचीत के दौरान गनी ने जो बाइडेन को बताया था कि अफगानिस्तान में तालिबान की पूरी तरह कब्जे की तैयारी है, जिसे पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा है। और इस काम के लिए कम-से कम 10 से 15 हजार आतंकवादियों को लगाया गया है। एजेंसी के पास इस बातचीत की ट्रांसक्रिप्ट है, जिसके आधार पर समाचार एजेंसी ने यह रिपोर्ट छापी है।

हालांकि, दोनों नेताओं की बातचीत से यह संकेत मिलते हैं कि उस समय न तो बाइडेन और न ही गनी (Ashraf Ghani) को इस बात का अंदेशा था कि अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा इतनी जल्दी हो जायेगा। बातचीत के दौरान बाइडेन जहां अफगानिस्तान को हवाई हमले में मदद की बात कर रहे थे तो वहीं गनी तेजी से एक्शन उठाए जाने की बात कर रहे थे।

तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के साथ ही अफगानिस्तान पर अपना नियंत्रण कर लिया। अफगान सरकार के कर्मचारी और पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के साथ ही कई लोग लगातार तालिबान को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान पर उंगली उठाते रहे हैं। हालांकि, पाकिस्तान भी लगातार इन दावों को खारिज करता आया है।

जो बाइडेन ने फोन पर अशरफ गनी (Ashraf Ghani) से कहा था कि अगर गनी तालिबान के हमले के खिलाफ कोई योजना बनाते हैं तो अमेरिका हर तरह से समर्थन प्रदान करेगा। जब तालिबान अपनी बढ़त कायम कर रहा था और एक के बाद एक जिले पर कब्जा कर रहा था तब बाइडेन ने गनी को सलाह दी थी कि वह उस समय अफगान राजनेताओं की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके अफगानिस्तान की धारणा को दुनिया के सामने बदलने की कोशिश करे। इतना ही नहीं, बाइडन ने गनी (Ashraf Ghani) को सलाह दी थी कि अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री जनरल बिसमिल्ला खान मुहम्मदी को योजना का वॉरियर बनाया जाये।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें