
General M M Naravane (File Photo)
आर्मी चीफ (Army Chief) जनरल एम एम नरवणे (General M M Naravane) ने कहा कि पिछला साल चुनौतियों से भरा था। बॉर्डर पर तनाव था और कोरोना संक्रमण का भी खतरा था, लेकिन सेना ने इसका कामयाबी से सामना किया है
आर्मी चीफ (Army Chief) जनरल एम एम नरवणे (General M M Naravane) ने पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) को एक साथ खतरा बताते हुए कहा कि यह ऐसी हकीकत है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि सेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि पिछला साल चुनौतियों से भरा था। बॉर्डर पर तनाव था और कोरोना संक्रमण का भी खतरा था, लेकिन सेना ने इसका कामयाबी से सामना किया है। नरवणे 15 जनवरी को आयोजित होने वाले इंडियन आर्मी डे (Indian Army Day) से पहले मीडिया से बात कर रहे थे।
लद्दाख (Ladakh) और उत्तरी सीमा की तैयारियों के बारे में बताते हुए आर्मी चीफ ने कहा कि सेना ने सर्दियों को लेकर पूरी तैयारी की है। लद्दाख की स्थिति की जानकारी देते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि हमें शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद है, लेकिन हम किसी भी आकस्मिक चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। इसके लिए भारत की सभी लॉजिस्टिक तैयारी संपूर्ण है।
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुई हिंसक झड़प पर आर्मी चीफ नरवणे (General M M Naravane) ने कहा, “ये चीन की तरफ से कोई नई बात नहीं थी। हर साल चीनी सैनिक ट्रेनिंग के लिए आते हैं और हमें पता था कि ये किन किन जगहों पर आते थे। इसपर हमारी नजर भी थी। फर्स्ट मूवर एडवॉन्टेज चीन को था, जिसकी किसी को जानकारी नहीं थी।”
नरवणे ने कहा, “हमें पूर्वी लद्दाख में चीन की हरकतों का पता था, मगर उनकी नियत नहीं भांप सके। हमने नहीं सोचा था कि चीन ऐसा करेगा।” सेना में नई तकनीक के इस्तेमाल पर जनरल नरवणे ने कहा, “भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई है ताकि मौजूदा सभी तकनीकों का इस्तेमाल करके आधुनिक तकनीक से सुसज्जित सेना बनाई जा सके।”
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सेना प्रमुख (Army Chief) ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में हम चौकस हैं। चीन के साथ कॉर्प्स कमांडर लेवल की 8 दौर की वार्ता हो चुकी है, हम अगले राउंड की वार्ता का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि संवाद और सकारात्मक पहल से इस मुद्दे का हल निकलेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हमारी तैयारी बेहद उच्च कोटि की है और हमारी सेना का मनोबल ऊंचा है।
पिछले साल लद्दाख सीमा पर चीनी सेना की गतिविधि पर उन्होंने कहा, “एलएसी पर चीन की तरफ से जो मोबलाइजेशन हुआ था वह नया नहीं था, वह हर साल ट्रेनिंग के लिए आते हैं। हमारी नजर भी थी। पर वह ऐसा करेंगे ऐसा अंदाजा नहीं लगाया जा सकता था। फर्स्ट मूवर एडवांटेज उन्हें मिला। जैसा हमें अगस्त में मिला और हमने उन्हें सरप्राइज किया।”
क्या चीन के सैनिक पीछे गए हैं? इस सवाल के जवाब में आर्मी चीफ नरवणे (General M M Naravane) ने कहा, “चीन के सैनिक अपने ट्रेनिंग एरिया में थे, ट्रेनिंग पूरी होने के बाद वह अपने गैरेसन में वापस गए। हालांकि, गतिरोध के पॉइंट पर न चीन के सैनिक कम हुए हैं ना ही हमारे। LAC पर हालत में कोई बदलाव नहीं आया है।”
उन्होंने आगे कहा, “एलएसी पर गतिरोध का हम बातचीत से हल चाहते हैं। उस पॉइंट पर सहमति हो सकती है जिससे हमारे राष्ट्रीय हित प्रभावित ना हो। अगर गतिरोध लंबा चलता है तो चलने दो, हम इसके लिए तैयार हैं।”
पाकिस्तान का जिक्र करते हुए आर्मी चीफ (Army Chief) ने कहा, “पाकिस्तान और चीन दोनों मिलकर हमारे लिए बड़ा जोखिम पैदा करते हैं, इसकी आशंका को अनदेखा नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को गले लगाए हुए है। आतंक के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है। हमारे पास अधिकार है कि अपने चुने हुए समय और स्थान पर सटीक पलटवार करें। हम यह संदेश दे चुके हैं।”
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कश्मीर के हालात और वहां से सेना हटाए जाने के सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा, “कश्मीर में हालत सुधरे हैं लेकिन अभी भी हालात ऐसे नहीं है कि जम्मू कश्मीर से आर्मी को हटाया जाए। नॉर्थ ईस्ट से आर्मी की एक ब्रिगेड हटाई गई है। हालात की समीक्षा हो रही है जिसके बाद एक या दो ब्रिगेड और हटाई जा सकती है। जिसके बाद हम अपने प्राइमरी टास्क यानी एक्सटरनल सिक्योरिटी पर फोकस करेंगे।”
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आर्मी चीफ एम एम नरवणे (General M M Naravane) ने कहा कि आर्मी एविएशन में अब तक महिला ऑफिसर सिर्फ ग्राउंड ड्यूटी पर ही थी पर अब इस साल जुलाई से जब कोर्स शुरू होगा तब महिलाएं फ्लाईंग विंग में भी शामिल होंगी। एक साल बाद आर्मी एविएशन में महिला फाइटर पायलट होंगी। एयरफोर्स, नेवी के बाद अब महिलाएं आर्मी में भी पायलट के रोल में होंगी। इस साल से ट्रेनिंग शुरू होगी।
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