रूस और तुर्की के बीच बढ़ सकती है टेंशन, आर्मीनिया-अजरबैजान की जंग में 80 लोग मरे

Armenia Azerbaijan War: दोनों ही देशों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाया है कि उन पर टैंकों, तोपों और हेलिकॉप्‍टर से घातक हमले किए गए हैं।

Armenia Azerbaijan War

येरेवान: काकेकस इलाके के दो देशों आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच शुरू हुआ युद्ध (Armenia Azerbaijan War) सोमवार को भी जारी रहा। इन दोनों के बीच विवादित क्षेत्र नागोरनो-काराबाख को लेकर युद्ध चल रहा है।

दोनों ही देशों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाया है कि उन पर टैंकों, तोपों और हेलिकॉप्‍टर से घातक हमले किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस युद्ध में अब तक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

अब खतरा ये है कि युद्ध (Armenia Azerbaijan War) के आगे बढ़ने के साथ रूस और नाटो देश भी इसमें शामिल हो सकते हैं। बता दें कि अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि सोमवार सुबह टारटार शहर पर आर्मीनियाई बलों ने गोलाबारी की। वहीं, आर्मीनिया के अधिकारियों का कहना है कि लड़ाई रातभर जारी रही और अजरबैजान ने हमला किया।

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दोनों ही ओर से घातक माध्यमों में हमले किए जा रहे हैं। अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने इंटरफैक्स समाचार एजेंसी से कहा है कि युद्ध में आर्मीनिया के 550 से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं। वहीं आर्मीनिया के अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया है।

बता दें कि न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की रिपोर्ट कहती है कि आर्मेनिया और रूस के बीच रक्षा संधि है। इसलिए अगर जरूरत पड़ी तो रूस, आर्मेनिया की मदद के लिए आगे आ सकता है।

वहीं अजरबैजान के साथ तुर्की खड़ा हुआ है। तुर्की ने बयान जारी कर कहा है कि वह अजरबैजान के साथ है।

गौरतलब है कि रूस और तुर्की के बीच लीबिया और सीरिया के गृहयुद्ध में पहले ही लड़ाई छिड़ चुकी है। ऐसे में ताजा हालात एक बार फिर से पुराने घाव हरे कर सकते हैं।

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