APJ Abdul Kalam Death Anniversary: IIM शिलांग में लेक्चर के दौरान हुआ निधन, जानें क्या हुआ था उस दिन

आज देश के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की छठीं पुण्यतिथि है। उन्हें मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है। एपीजे अब्दुल कलाम ने साल 2002 से 2007 के बीच भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे।

APJ Abdul Kalam

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आईआईएम शिलांग ( IIM Shillong) के छात्रों को संबोधित करते हुए कलाम (APJ Abdul Kalam) मंच पर गिर पड़े। उसके गिरने के तुरंत बाद, उन्हें शहर के एक अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

आज देश के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) की छठीं पुण्यतिथि है। उन्हें मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है। एपीजे अब्दुल कलाम ने साल 2002 से 2007 के बीच भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे। बता दें कि 27 जुलाई, 2015 को आईआईएम शिलांग (IIM Shillong) में एक लेक्चर के दौरान उनका निधन हो गया था।

आईआईएम शिलांग के छात्रों को संबोधित करते हुए कलाम (APJ Abdul Kalam) मंच पर गिर पड़े। उसके गिरने के तुरंत बाद, उन्हें शहर के एक अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनका निधन हो गया था।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एपीजे अब्दुल कलाम 27 जुलाई 2015 को आईआईएम-शिलांग के द्वितीय वर्ष के छात्रों को ‘एक रहने योग्य ग्रह बनाना’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। डॉ. कलाम ने भाषण की शुरुआत में अपने अनुभव साझा कर रहे थे। लगभग 6.30 बजे भाषण शुरू होने के 15 मिनट बाद वह अचानक बेहोश हो गए।

वहां मौजूद सभी विद्यार्थी, अधिकारी और स्टाफ बेहद घबरा गए। वे स्टाफ की मदद से डॉ. कलाम को बेथानी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने शाम 7.45 बजे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को मृत घोषित कर दिया।

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आईआईएम शिलांग के तत्कालीन निदेशक अमिताभ डे ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि संस्थान डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को एक पूर्व राष्ट्रपति की तुलना में एक शिक्षक के रूप में अधिक देखता है। आमतौर पर आईआईएम, प्रबंधन और सामाजिक मुद्दों पर सेमिनार में आयोजित करते हैं। लेकिन डॉ. कलाम एक वैज्ञानिक थे, इसलिए हमने राष्ट्रीय विकास के लिए विज्ञान और मानवतावाद विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया था।

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