चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षा के बीच अपनी सुरक्षा मजबूत करने में जुटा अमेरिका, प्रशांत महासागर में तैनात करेगा मिसाइलें

चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षा को ध्यान में रखते हुए अमेरिका अपनी सुरक्षा को मजबूत करने में जुटा है। ये अटैक और इंटरसेप्टर मिसाइलें होंगी।

America

अमेरिकी राष्ट्रपति

एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी (America) जनरलों का ये मानना है कि चीन हिंद-प्रशांत एरिया में अमेरिका को नुकसान पहुंचा सकता है। अमेरिका तेजी से अपनी सुरक्षा पर काम कर रहा है।

वाशिंगटन: चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षा को ध्यान में रखते हुए अमेरिका(America) अपनी सुरक्षा को मजबूत करने में जुटा है। ताजा मामला ये है कि अमेरिका, प्रशांत महासागर और दक्षिण चीन सागर में सैंकड़ों मिसाइलें तैनात करने वाला है। ये अटैक और इंटरसेप्टर मिसाइलें होंगी।

इन मिसाइलों के तैनात होने से अमेरिका, चीन और रूस पर नजर रख सकेगा। बता दें कि पेंटागन ने हिंद-प्रशांत सुरक्षा कानून के तहत एयर एंड मिसाइल सुरक्षा प्रणाली के लिए करीब 9.8 करोड़ डॉलर के बजट को मंजूरी देने की संसद से मांग की थी। इस योजना के तहत गुआम में एकीकृत रक्षा प्रणाली बनाई जाएगी।

Janata Curfew: आज पूरे हुए जनता कर्फ्यू के एक साल, पीएम मोदी ने लोगों से की थी ये अपील

इस रक्षा प्रणाली से 500 किमी दूर से दु्श्मन को खत्म किया जा सकता है। बता दें कि एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी (America) जनरलों का ये मानना है कि चीन हिंद-प्रशांत एरिया में अमेरिका को नुकसान पहुंचा सकता है।

अमेरिका तेजी से अपनी सुरक्षा पर काम कर रहा है। अमेरिकी वायुसेना 100 अरब डॉलर यानी करीब 73 लाख करोड़ रुपए के नए महाविनाशक हथियार खरीद रहा है। इस महाविनाशक हथियार की क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसकी ताकत जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 20 गुना अधिक है। ये मिसाइल 10 हजार किलोमीटर दूर से मार करने में सक्षम हैं।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें