Good News: अमेरिका ने कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की दी इजाजत, महामारी में फाइजर कंपनी की वैक्सीन 95 फीसदी कारगर

राष्ट्रपति ने कहा कि फाइजर और मॉर्डना ने घोषणा की है कि उनके द्वारा विकसित वैक्सीन (Corona Vaccine) करीब 95 फीसदी प्रभावी हैं जो उम्मीद से कहीं अधिक है। ये वैक्सीन भी सुरक्षित हैं।

Corona Vaccine

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अमेरिका ने देश के पहले कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को मंजूरी दे दी है। इस वैक्सीन की पहली खुराक 24 घंटे से भी कम अवधि के भीतर दी गई। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित वैक्सीन के आपात स्थिति में उपयोग (EUA) की इजाजत दी है।

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एफडीए द्वारा वैक्सीन (Corona Vaccine) को मंजूरी देने के तुरंत बाद राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक वीडियो मे कहा, ‘‘आज हमारे देश में एक चिकित्सीय चमत्कार हुआ। हमने महज नौ महीने में सुरक्षित व प्रभावी दवा उपलब्ध करवाई।’’ इसी के साथ अमेरिका दुनिया का ऐसा पहला देश है जिसने सुरक्षित व प्रभावी वैक्सीन विकसित किया, आज की उपलब्धि अमेरिका की असीमित क्षमता की याद दिलाती है। साथ ही ट्रंप ने कहा कि यह वैक्सीन अमेरिकियों को फ्री में उपलब्ध करवाई जायेगी।

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘‘यह बताते हुए मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि हमने यह सुनिश्चित किया है कि यह वैक्सीन (Corona Vaccine) अमेरिकी जनता तक फ्री में पहुंचे। फेड-एक्स और यूपीएस के साथ साझेदारी के जरिए हमने वैक्सीन को हर राज्य और देश के हर स्थान तक पहुंचाने का काम शुरू भी कर दिया है। 24 घंटे से भी कम समय में पहला वैक्सीन लगाया जाएगा।’’

एफडीए आयुक्त स्टीफन एम. हान ने इसे भयावह महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक ‘‘उल्लेखनीय उपलब्धि’’ बताया। अपनी एक प्रेस रिलिज में एफडीए ने कहा कि उसने यह निश्चित किया कि ईयूए जारी करने के लिए आवश्यक सांविधिक मापदंडों पर यह वैक्सीन खरा उतरे। आंकड़े बताते हैं कि वैक्सीन (Corona Vaccine) के ज्ञात व संभावित लाभ, ज्ञात खतरों से अधिक हैं जिसे देखते हुए 16 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा सकता है।

कई देशों ने पहले ही दे दी है वैक्सीन (Corona Vaccine) के इस्तेमाल को मंजूरी

एफडीए के अनुसार, ये वैक्सीन में संदेशवाहक आरएनए है जो एक जैविक सामग्री है। इसमें सार्स-सीओवी-2 के एमआरएनए का लघु अंश है जो रोग-प्रतिरोधक प्रणाली को सार्स-सीओवी-2 के लिए प्रतिरक्षा विकसित करने को प्रेरित करता है।  इससे पहले ब्रिटेन, कनाडा, मेक्सिको, बहरीन और सऊदी अरब फाइजर के वैक्सीन को आम जनता के इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे चुके हैं।

राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि उनके प्रशासन ने फाइजर और दूसरी कंपनियों को बहुत सारा फंड दिया था और उम्मीद के मुताबिक ही परिणाम सामने आए। उन्होंने इसे साकार करने वाले वैज्ञानिकों, तकनीशियनों, चिकित्सकों और कर्मचारियों का आभार जताया।

राष्ट्रपति ने कहा कि फाइजर और मॉर्डना ने घोषणा की है कि उनके द्वारा विकसित वैक्सीन (Corona Vaccine) करीब 95 फीसदी प्रभावी हैं जो उम्मीद से कहीं अधिक है। ये वैक्सीन भी सुरक्षित हैं।

राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा, ‘‘इससे मरने वालों की और अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आएगी। जब चीन के वायरस ने हमारे यहां घुसपैठ की तो मैंने वादा किया था कि हम साल के अंत से पहले, रिकॉर्ड समय में वैक्सीन (Corona Vaccine) विकसित करेंगे और आज की घोषणा से पहले हमने अब वह लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।’’

ट्रंप ने कहा, ‘‘महामारी भले चीन में शुरू हुई लेकिन हम यहां अमेरिका में इसका अंत कर रहे हैं।’’ जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में कोरोना के कुल 1,58,34,965 मामले हैं।

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