लखनऊ: 8 सालों से कर रहा था अलकायदा के लिए काम, ATS ने मिनहाज की पत्नी और पिता को लिया हिरासत में

आरोपियों के घर पर अफगानिस्तान व पाकिस्तान सहित ईरान के लोगों का आना-जाना था। इसमें कई संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं। यही विदेशी संदिग्ध लोगों के जरिए ही आतंक का कारोबार उत्तर प्रदेश में फैलाना चाहते थे।

Al-Qaeda

मिनहाज के घर के बाहर तैनात एटीएस और गिरफ्तार आंतकी मिनहाज।

मिनहाज और उसका करीबी शाहिद करीब 8 सालों से गैराज की आड़ में Al-Qaeda की आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में हुए विस्फोट से इन दोनों के संबंध होने की बात सामने आई। 

यूपी एटीएस (UP ATS) ने लखनऊ समेत कई शहरों आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया। अलकायदा (Al-Qaeda) समर्थित अंजार गजवा तुल हिंद से जुड़े आतंकी लखनऊ के काकोरी और मड़ियांव से पकड़े गए हैं। एटीएस के मुताबिक, दोनों आतंकी स्वतंत्रता दिवस के आसपास यूपी में सिलसिलेवार बम ब्लास्ट की प्लानिंग कर रहे थे।

इन दोनों की साजिश यूपी के कई शहरों में फिदायीन हमले की भी थी। संदिग्ध आतंकियों के पास से कुकर बम, आईईडी समेत बड़ी मात्रा में विस्फोटक, पिस्टल व अन्य सामग्री मिली हैं। पकड़े गए संदिग्धों की शिनाख्त दुबग्गा के जेहटा बरावन कला स्थित बगारिया निवासी मिनहाज अहमद और मड़ियांव के मोहिबुल्लापुर निवासी मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर के तौर पर हुई है।

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मिनहाज और उसका करीबी शाहिद करीब 8 सालों से गैराज की आड़ में Al-Qaeda की आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में हुए विस्फोट से इन दोनों के संबंध होने की बात सामने आई। इसके बाद एटीएस ने ऑपरेशन कर दोनों को दबोच लिया।

बताया जा रहा है कि मिनहाज की पत्नी इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में तैनात है। मिनहाज के घर से बरामद एक गाड़ी में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का वाहन पास भी लगा है। एटीएस ने देर शाम को मिनहाज के पिता सिराज, उसकी मां और पत्नी को हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है।
एटीएस के मुताबिक, मिनहाज का पड़ोसी शाहिद मूलरूप से उन्नाव का रहने वाला है।

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मिनहाज व शाहिद ने मिलकर एक गैराज खोल रखा था। सऊदी जाने से पहले गैराज को किराए पर दे दिया था। आठ साल पहले सऊदी से लौटने के बाद दोनों गैराज खुद चलाने लगे। एटीएस के मुताबिक, सऊदी रहने के दौरान ही शाहिद और मिनहाज के अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरानी लोगों से ताल्लुकात हुए।

इसके बाद ही दोनों आतंकी  गतिविधियों में शामिल हुए। यह बात एटीएस की पूछताछ में सामने आई। इन तीनों देशों के कुछ संदिग्धों से मिनहाज व शाहिद की लगातार बात होती थी।

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एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों के घर पर अफगानिस्तान व पाकिस्तान सहित ईरान के लोगों का आना-जाना था। इसमें कई संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं। यही विदेशी संदिग्ध लोगों के जरिए ही आतंक का कारोबार उत्तर प्रदेश में फैलाना चाहते थे। इसके लिए भारी मात्रा में विस्फोटक भी उपलब्ध कराया गया था।

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कुछ दिन पहले तीन-चार संदिग्ध पाकिस्तानी काकोरी आए थे। उन्होंने पूरी साजिश रची थी। इसके बाद उसी एसयूवी से कश्मीर गए थे जो शाहिद के गैराज से एटीएस ने बरामद की है। इसके बाद से जम्मू कश्मीर व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी एसयूवी के नंबर को एटीएस से साझा किया था। इसके बाद दोनों आतंकियों को पकड़ लिया गया। 

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