वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने चीन को दी चेतावनी, कही ये बात

वायुसेना प्रमुख (Air Chief Marshal) आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि दोनों देशों के बीच सीधा टकराव चीन के लिए नुकसानदेह साबित होगा।

Air Chief Marshal

वायुसेना प्रमुख (Air Chief Marshal)  ने कहा कि वायुसेना (Indian Air Force) किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

भारत और चीन के बीच तनाव (India China Conflict) का सिलसिला अभी थमा नहीं है। पूर्वी लद्दाख में चीन लगातार अपनी तैयारियों में इजाफा कर रहा है। ऐस में वायुसेना प्रमुख (Air Chief Marshal) आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि दोनों देशों के बीच सीधा टकराव चीन के लिए नुकसानदेह साबित होगा।

उन्होंने कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा टकराव के मद्देनजर अपनी सेना के सहयोग के लिए रडारों, सतह से हवा में और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें और अन्य हथियार भारी संख्या में तैनात किये। उन्होंने कहा कि लेकिन भारत ने भी स्थिति से निपटने के सभी जरूरी कदम उठाए हैं।

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वायुसेना प्रमुख ने 29 नवंबर को कहा कि हम सभी के लिए महत्वपूर्ण सवाल यह है कि कोई भी बड़ा भारत-चीन संघर्ष चीन के लिए अच्छा नहीं है। यदि चीन की आकांक्षाएं वैश्विक हैं तो यह उसकी बड़ी योजनाओं के लिए ठीक नहीं है। तब उत्तर में चीन की कार्रवाइयों का संभावित उद्देश्य क्या हो सकता है। यह समझना महत्वपूर्ण है।

वायुसेना (Air Chief Marshal) प्रमुख आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने कहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अमेरिका का मुकाबला करने के लिए क्षमताएं विकसित करने में लगी है, जिसका भारत पर सुरक्षा प्रभाव हो सकता है। भदौरिया ने कहा कि चीन के लिए LAC पर टकराव पैदा करने की कई वजह हो सकती हैं जिनमें नई स्थिति से भारत के साथ बातचीत के लिए युद्ध जैसे हालात में अपने सैन्य ढांचे और तकनीक का तालमेल कायम करने का प्रयास शामिल हो सकता है।

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वायुसेना प्रमुख (Air Chief Marshal) ने कहा कि क्या यह सामान्य सैन्य संकेत था, क्या यह स्थिति बिगाड़ने के पर्याप्त नियंत्रण के साथ क्षेत्र में वर्चस्व की कोशिश थी… क्या यह उनकी पश्चिमी कमान के लिए युद्ध जैसी असल स्थिति में तैनाती और प्रशिक्षण था… क्या यह सैन्य प्रौद्योगिकियों की कमी का पता लगाकर उन्हें दूर करने की कवायद थी।

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान चीन की नीति में प्यादा बन गया है और चीन पर भविष्य में उनकी निर्भरता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैन्य बलों के हटने के बाद चीन के लिए पाकिस्तान के रास्ते इस क्षेत्र में अपना वर्चस्व बढ़ाने का द्वार खुल गया है। वायुसेना प्रमुख (Air Chief Marshal)  ने यह भी कहा कि वायुसेना (Indian Air Force) किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन की कार्रवाई पूरी तरह ‘सैन्य प्रभाव वाला दुस्साहस’ भी हो सकता है जो कोविड-19 के बाद उसके समक्ष पैदा हुए विश्वास के संकट का परिणाम हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत कई बार अपने क्षेत्रों और संप्रभुता का उल्लंघन करने की दुश्मन की लगातार कोशिशों को विफल करता रहा है।

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