फीचर फोन यूजर्स को भी मिलेगी Aarogya Setu ऐप की सुविधा, 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को मिलेगा फायदा

कोरोना वायरस ट्रैकिंग Aarogya Setu ऐप अब जल्द ही फीचर फोन के लिए लॉन्च किया जाएगा। स्मार्टफोन यूजर्स के बीच यह ऐप पहले ही लोकप्रिय हो चुका है। उन्होंने बताया कि Aarogya Setu ऐप के फीचर वाली सर्विस को फीचर फोन यूजर्स के लिए डेवलप किया जा रहा है, इसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।

Aarogya Setu, Covid-19

फीचर फोन्स के लिए भी जल्द आएगा आरोग्य सेतु जैसा ऐप, COVID-19 ट्रैक करने में मिलेगी मदद।

कोरोना वायरस ट्रैकिंग Aarogya Setu ऐप अब जल्द ही फीचर फोन के लिए लॉन्च किया जाएगा। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यों के आईटी मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। वहीं, स्मार्टफोन यूजर्स के बीच यह ऐप पहले ही लोकप्रिय हो चुका है। उन्होंने बताया कि Aarogya Setu ऐप के फीचर वाली सर्विस को फीचर फोन यूजर्स के लिए डेवलप किया जा रहा है, इसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।

गौरतबलब है Aarogya Setu ऐप, 2 अप्रैल को लॉन्च किया गया था। तब से लेकर अब तक इसे 7.5 करोड़ यूजर्स ने डाउलनोड कर लिया है। आरोग्य सेतु ऐप लोगों को अलर्ट भेजता है, अगर वे किसी परिचित या अपने आस-पास मौजूद व्यक्ति, जो पॉजिटिव हो, उसके संपर्क में आते हैं। जिला प्रशासन सभी शैक्षणिक संस्थानों और विभागों से ऐप के डाउनलोड को बढ़ावा देने के लिए कह रहा है। आरोग्य सेतु ऐप का वर्तमान में मौजूद वर्जन स्मार्टफोन्स के लिए अनुकूल है।

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रविशंकर प्रसाद ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बताया कि कोरोनावायरस की चुनौती से निपटने के लिए टेक इनोवेशन का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। Aarogya Setu ऐप को हर राज्य ने काफी सराहा है और इसके बारे में अपने विचार प्रकट किए हैं। हमने राज्य सरकारों को बताया कि जल्द ही फीचर फोन यूजर्स के लिए इसी तरह की सर्विस शुरू की जाएगी, इस पर काम किया जा रहा है।

भारत सरकार द्वारा लॉन्च किए गए Aarogya Setu ऐप में ब्लूटूथ और GPS लोकेशन के जरिए कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों को ट्रैक किया जाता है। इस ऐप में यूजर्स को पहले अपने मोबाइल नंबर एंव निजी जानकारियों के साथ रजिस्टर करना होता है। इसके बाद यूजर से कुछ सवाल पूछे जाते हैं। यूजर उन सवालों के सही जबाब देते हैं तो ये ऐप बताता है कि आप सुरक्षित हैं कि नहीं। इस ऐप को काम करने के लिए यूजर को अपने स्मार्टफोन में GPS और ब्लूटूथ को हमेशा ऑन रखना पड़ता है। जहां जीपीएस रियल टाइम में व्यक्ति की लोकेशन को ट्रैक करता है, वहीं ब्लूटूथ व्यक्ति के नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के नजदीक आने पर ट्रैक करेगा। यह 6 फीट तक की दूरी पर आने पर ट्रैक करता है।

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