छत्तीसगढ़: गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार शामिल हुआ पूर्व नक्सली, लगाया ‘लोकतंत्र अमर रहे’ का नारा…
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में इस बार गणतंत्र दिवस (Republic Day) का समारोह बहुत ही खास रहा। इस समारोह में सरेंडर...
देश भर में हो रही इस नक्सलग्रस्त इलाके की चर्चा, पीएम मोदी ने भी दी शाबाशी, जानें क्या है कारण…
नक्सल (Naxal) घटनाओं की वजह से चर्चा में रहने वाला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का नारायणपुर जिला वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के क्षेत्र में देश के आकांक्षी जिलों की सूची में नंबर वन पर पहुंच गया है।
उत्तर प्रदेश: कभी नक्सल आतंक के साए में रहा इलाका विकास की राह पर बढ़ रहा आगे
कभी नक्सली (Naxal) आतंक के साए में रहे उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में में इस बार गणतंत्र दिवस परेड के दौरान रंगरूटों के बूटों की आवाज सुनाई देगी। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड विकास से अछूते नक्सल प्रभावित नौगढ़ इलाके में होगी।
झारखंड: बीते हुए साल में सुरक्षाबलों की कामयाबी, 247 नक्सली गिरफ्तार, 12 ने किया सरेंडर
झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ (CRPF) के जवान सभी नक्सली (Naxal) संगठनों के खिलाफ एक साथ अभियान चला रहे हैं। यही कारण है कि पिछले हफ्ते पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI), तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC), झारखंड जन मुक्ति परिषद् (JJMP) के कई सदस्य पकड़े गए।
जहां आज तक नहीं था टेलीविजन, वहां ‘ओपन थियेटर’, नक्सल प्रभावित इलाके में ग्रामीणों का विश्वास यूं जीत रही CRPF
कई इलाके बरसों से नक्सल प्रभावित रहे हैं। लेकिन यहां के नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात सीआरपीएफ (CRPF) के जवान अब इसकी सूरत बदलने की कोशिश में जुट गए हैं।
अब नहीं बरपेगा लाल कहर! जानिए कहां 250 नक्सली समर्थकों ने एक साथ किया सरेंडर
नक्सलियों का गढ़ माना जाने वाला ओडिशा का जिला मलकानगिरि लाल आतंक की गिरफ्त से निकल रहा है। नक्सलियों (Naxals) का प्रबल समर्थन करने वाले 250 से भी ज्यादा आदिवासियों ने 22 दिसंबर को पुलिस के सामक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
Jharkhand Assembly Elections: बड़े नक्सली नेताओं के परिजनों ने दिखाया लोकतंत्र में विश्वास
Jharkhand Assembly Elections: झारखंड के डुमरी विधानसभा के अति उग्रवाद प्रभावित नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट में माओवादी नेता समर दा, चिराग उर्फ प्रमोद और शंकर उर्फ जीतू महतो के परिवार ने पूरे उत्साह के साथ 16 दिसंबर को लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होकर मतदान किया।
छत्तीसगढ़: सुकमा में इनामी नक्सली कमांडर ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल (Naxal) प्रभावित बस्तर में पुलिस नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत मजबूत रणनीति के साथ काम कर रही है। इसका सीधा असर नक्सलवाद से जुड़े लोगों पर पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने लगाया 10 किलो IED, बड़ा हादसा टला
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में जवानों को नुकसान पहुंचाने की नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई। पोटाली से बुरगुम इलाके के बीच 10 किलो के आईईडी (IED) को जवानों ने खोज निकाला और नष्ट कर दिया।
छत्तीसगढ़: बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित गांव में लोगों ने पुलिस कैंप खोलने की मांग की
छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर में एक ओर जहां नए पुलिस कैम्प (Police Camp) खोलने का विरोध हो रहा है, वहीं दूसरी ओर मध्य बस्तर में अतिसंवेदनशील और घोर नक्सल प्रभावित गांव भड्डरीमहु के ग्रामीणों ने पुलिस कैम्प (Police Camp) खोलने की मांग की है।
पूरा खानदान नक्सली, अपराध ऐसे कि जानकर उड़ जाएंगे होश, जानिए कौन था रमन्ना….
30 सालों से लाल आतंक का सबसे बड़ा चेहरा रहे कुख्यात नक्सली कमांडर रावुला श्रीनिवास उर्फ रमन्ना (Ramanna) की मौत हो गई है। रमन्ना की मौत की खबर पर कई दिनों तक चले सस्पेंस के बाद आखिरकार इसकी पुष्टि हो गई।
इंडिया मोस्ट वांटेड नक्सली रमन्ना की मौत, डेढ़ करोड़ का था ईनाम
भारत के मोस्ट वांडेट नक्सली (Naxali) रमन्ना उर्फ संतोष रावुला श्रीनिवास की मौत हो गई। रमन्ना छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले...
इस महिला नक्सली की कहानी है एक मिसाल, जला रही शिक्षा की मशाल
सुनीता (काल्पनिक नाम) जिस गांव में पैदा हुई, वहां लोकतंत्र की बजाए क्रांति के गीत ही गूंजते थे। ऐसे माहौल में दसवीं कक्षा में पढ़ने के दौरान ही उसने बंदूक थाम ली थी। खेलकूद में तेज थी। दसवीं तक पढ़ी थी।
नक्सल ग्रस्त इलाके में बीमार महिला को कंधे पर लाद जवानों ने पहुंचाया अस्पताल, पेश की अनोखी मिसाल
आए दिन सुरक्षाबल के जवान आम जनता की मदद कर मानवता की मिसाल कायम करते हैं। हर बार यह साबित करते हैं कि सुरक्षा के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों की मदद करने की जिम्मेदारी भी वे बखूबी निभा सकते हैं।
किसी के सगे नहीं होते नक्सली, उनकी इस कायराना हरकत ने खोली पोल…
नक्सली (Naxals) किसी के सगे नहीं होते। उनकी विचारधारा एकदम ही खोखली है और क्रांति के नाम पर वे सिर्फ लोगों को बरगलाते हैं। वे अपनी ही विचारधारा के लोगों को मारने या उन्हें नुकसान पहुंचाने में भी पीछे नहीं हटते।
दिखी लोकतंत्र की असली ताकत! पूर्व नक्सली कुंदन पाहन का पूरा परिवार पहुंचा वोट देने
इसी बात से लोकतंत्र की असली ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो कभी खुद चुनाव का बहिष्कार करता था, मतदान नहीं करने के लिए लोगों को डराता-धमकाता था, आज उसका पूरा परिवार चुनाव में वोट देने के लिए खड़ा है।
पिछले 4 सालों में नक्सली हिंसा में 43 फीसदी की कमी
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने देश के विभिन्न राज्यों में फैले नक्सलवाद (Naxal Violence) के मामले में...