नक्सलवाद का सच

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में इस बार गणतंत्र दिवस (Republic Day) का समारोह बहुत ही खास रहा। इस समारोह में सरेंडर...

नक्सल (Naxal) घटनाओं की वजह से चर्चा में रहने वाला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का नारायणपुर जिला वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के क्षेत्र में देश के आकांक्षी जिलों की सूची में नंबर वन पर पहुंच गया है।

कभी नक्सली (Naxal) आतंक के साए में रहे उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में में इस बार गणतंत्र दिवस परेड के दौरान रंगरूटों के बूटों की आवाज सुनाई देगी। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड विकास से अछूते नक्सल प्रभावित नौगढ़ इलाके में होगी।

झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ (CRPF) के जवान सभी नक्सली (Naxal) संगठनों के खिलाफ एक साथ अभियान चला रहे हैं। यही कारण है कि पिछले हफ्ते पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI), तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC), झारखंड जन मुक्ति परिषद् (JJMP) के कई सदस्य पकड़े गए।

कई इलाके बरसों से नक्सल प्रभावित रहे हैं। लेकिन यहां के नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात सीआरपीएफ (CRPF) के जवान अब इसकी सूरत बदलने की कोशिश में जुट गए हैं।

नक्सलियों का गढ़ माना जाने वाला ओडिशा का जिला मलकानगिरि लाल आतंक की गिरफ्त से निकल रहा है। नक्सलियों (Naxals) का प्रबल समर्थन करने वाले 250 से भी ज्यादा आदिवासियों ने 22 दिसंबर को पुलिस के सामक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

Jharkhand Assembly Elections: झारखंड के डुमरी विधानसभा के अति उग्रवाद प्रभावित नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट में माओवादी नेता समर दा, चिराग उर्फ प्रमोद और शंकर उर्फ जीतू महतो के परिवार ने पूरे उत्साह के साथ 16 दिसंबर को लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होकर मतदान किया।

छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल (Naxal) प्रभावित बस्तर में पुलिस नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत मजबूत रणनीति के साथ काम कर रही है। इसका सीधा असर नक्सलवाद से जुड़े लोगों पर पड़ रहा है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में जवानों को नुकसान पहुंचाने की नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई। पोटाली से बुरगुम इलाके के बीच 10 किलो के आईईडी (IED) को जवानों ने खोज निकाला और नष्ट कर दिया।

छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर में एक ओर जहां नए पुलिस कैम्प (Police Camp) खोलने का विरोध हो रहा है, वहीं दूसरी ओर मध्य बस्तर में अतिसंवेदनशील और घोर नक्सल प्रभावित गांव भड्डरीमहु के ग्रामीणों ने पुलिस कैम्प (Police Camp) खोलने की मांग की है।

30 सालों से लाल आतंक का सबसे बड़ा चेहरा रहे कुख्यात नक्सली कमांडर रावुला श्रीनिवास उर्फ रमन्ना (Ramanna) की मौत हो गई है। रमन्ना की मौत की खबर पर कई दिनों तक चले सस्पेंस के बाद आखिरकार इसकी पुष्टि हो गई।

भारत के मोस्ट वांडेट नक्सली (Naxali) रमन्ना उर्फ संतोष रावुला श्रीनिवास की मौत हो गई। रमन्ना छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले...

सुनीता (काल्पनिक नाम) जिस गांव में पैदा हुई, वहां लोकतंत्र की बजाए क्रांति के गीत ही गूंजते थे। ऐसे माहौल में दसवीं कक्षा में पढ़ने के दौरान ही उसने बंदूक थाम ली थी। खेलकूद में तेज थी। दसवीं तक पढ़ी थी।

आए दिन सुरक्षाबल के जवान आम जनता की मदद कर मानवता की मिसाल कायम करते हैं। हर बार यह साबित करते हैं कि सुरक्षा के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों की मदद करने की जिम्मेदारी भी वे बखूबी निभा सकते हैं।

नक्सली (Naxals) किसी के सगे नहीं होते। उनकी विचारधारा एकदम ही खोखली है और क्रांति के नाम पर वे सिर्फ लोगों को बरगलाते हैं। वे अपनी ही विचारधारा के लोगों को मारने या उन्हें नुकसान पहुंचाने में भी पीछे नहीं हटते।

इसी बात से लोकतंत्र की असली ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो कभी खुद चुनाव का बहिष्कार करता था, मतदान नहीं करने के लिए लोगों को डराता-धमकाता था, आज उसका पूरा परिवार चुनाव में वोट देने के लिए खड़ा है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने देश के विभिन्न राज्यों में फैले नक्सलवाद (Naxal Violence) के मामले में...

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