छत्तीसगढ़: 25 CRPF जवानों की हत्या में था शामिल, 8 लाख के इनामी नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की दंतेवाड़ा पुलिस (Police) को नक्सली उन्मूलन मोर्चे पर एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में एक इनामी नक्सली कमांडर (Naxali Commander) ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
साथी महिला नक्सली से शादी करना चाहता था, संगठन ने जनअदालत लगा मौत की नींद सुला दिया
नक्सली आम इंसानों के साथ हैवानों सा व्यवहार करने के लिए कुख्यात हैं। एक सच यह भी है कि यह नक्सली (Naxali) अपने संगठन (Naxal Organization) के लोगों से भी क्रूरता करने से पीछे नहीं हटते।
NIA ने नक्सलियों की अवैध संपत्ति से जुड़े मामले में एक शख्स को किया गिरफ्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने नक्सलियों (Naxals) की अवैध संपत्ति से जुड़े मामले में एक शख्स को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों के निवेशक मनोज चौधरी को एनआईए ने 1 मई को कोलकाता से गिरफ्तार कर रांची ले आई।
जिस पुल से जाते थे डॉक्टर विस्फोट कर उसे उड़ाया, कोरोना के बीच नक्सलियों की बड़ी करतूत
अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों (Naxals) ने एक गांव का पुल तोड़ दिया। सबसे गंभीर बात यह है कि जिस पुल को नक्सलियों ने निशाना बनाया उसी पुल से होकर डॉक्टरों की मेडिकल टीम लोगों के इलाज के लिए आवाजाही करती है।
Jinaza-e-Karobar: Mechanics of Funeral Procession of Militants
I learnt that Jamat-e-Islami is a key element of the Kashmir separatist movement. Processions being extremely vital means for keeping the sentiment alive, ensuring that the cause is seen as just, inciting youth for joining militancy and above all for attaching the element of honour with Jihad. These are funded by Pakistan, local religious bodies and even business community that owes, is forced or coerced to submit allegiance to the cause.
Jharkhand: नक्सलियों के गढ़ में पहुंची पुलिस, लोगों को दिखी उम्मीद की नई किरण
जो इलाका कल तक लाल आतंक के साए में था, जहां लोगों को हर पल नक्सलियों (Naxals) के दहशत में जीना पड़ता था, आज वहां शांति आ रही है और क्षेत्र विकास की ओर बढ़ रहा है।
झारखंड: संगठनों में पैदा हो रहा आपसी मतभेद, वर्चस्व की लड़ाई में नक्सली ग्रुप आमने-सामने
झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxals) के विभिन्न संगठनों में मतभेद पैदा हो रहा है। राज्य में अलग-अलग नक्सली ग्रुप अपने ही वर्चस्व को लेकर आमने-सामने आ गए हैं।
‘गांव वालों ने जबरदस्ती नक्सली संगठन में भेजा’, सरेंडर कर पूर्व कमांडर ने सुनाई दास्तान
देश में लॉकडाउन होने की वजह से नक्सलियों (Naxals) के भूखे मरने की नौबत आई है। दूसरी तरफ इनके कई साथी भी अब इनका साथ छोड़ रहे हैं।
Coronavirus: कोरोना से लड़ने के लिए एक नक्सली कर रहा पुलिस की मदद, जानें कैसे…
कभी नक्सलियों (Naxals) के साथ मिलकर पुलिस पर गोली चलाने वाला लक्खा अब कोरोना (Coronavirus) जैसी महामारी से लड़ने में अपना योगदान दे रहा है।
मजबूरियों का फायदा उठाकर संगठन में किया भर्ती, फिर नक्सली ही करने लगे शोषण; पढ़ें दो नक्सलियों की आपबीती
कई निर्दोषों को मौत के घाट उतारा, दहशत फैलाई, अपने ही लोगों के साथ खून-खराबा किया। लेकिन, जब नक्सली संगठन (Naxal Organization) की हकीकत सामने आई तो मन पछतावा से भर गया।
एक पूर्व नक्सली कैसे बना लाल आतंक का सबसे बड़ा दुश्मन, जानें पूरी कहानी…
अब वह नक्सलियों की हरी या काली वर्दी नहीं पहनाता बल्कि फोर्स की कामाफ्लॉज वर्दी पहनकर नक्सल विरोधी ऑपरेशनों में लाल आतंक (Naxalism) के खिलाफ मजबूती से खड़ा है।
25 जवानों की मौत का है जिम्मेदार, पढ़ें इस खूंखार इनामी नक्सली ने पत्नी के साथ क्यों कर दिया सरेंडर?
आत्मसमर्पित नक्सली (Naxali) करटामी वागा उर्फ बादल कुकानार क्षेत्र का रहनेवाला है। वह नक्सलियों के प्लाटून नंबर 26 का डिप्टी कमांडर है।
10 साल की उम्र में नक्सलियों ने कर लिया था अपहरण, 7 मामले हैं दर्ज; पुलिस की मदद से करेगी पढ़ाई
सिर्फ दस साल की उम्र में नक्सलियों (Naxalites) ने उसका अपहरण कर लिया था। अब वह 12 वर्ष की हो गई है। उसका नाम अब हार्डकोर नक्सलियों की सूची में शामिल हो चुका है।
दशकों तक खेला खूनी खेल, आज समाज के लिए कर रहे काम; पढ़ें इन दो पूर्व नक्सलियों की कहानी
गलती हर इंसान से होती है, पर गलती का एहसास कर उसे सुधारना सबसे बड़ी बात होती है। अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो इंसान बड़ी से बड़ी गलती सुधार सकता है, भटके हुए राह से सही रास्ते पर वापस आ सकता है।
इस हाईवे पर 22 साल से है नक्सलियों का कब्जा, अब CRPF ने आजाद कराने की है ठानी
एक ऐसी सड़क जो अभी भी नक्सलियों के कब्जे में है। हमारे बहादुर जवान दिन-रात इस सड़क को नक्सलियों (Naxals) के कब्जे से मुक्त कराने में जुटे हुए हैं।
संगठन में हो रही प्रताड़ना से आ गए थे तंग, 13 लाख के इनामी नक्सली दंपत्ति ने किया सरेंडर
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित राजनांदगांव जिले में एक कुख्यात नक्सली दम्पत्ति (Naxali Couple) ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
सबूत के अभाव में अदालत ने छोड़ा, फिर भी जेल में रहेगा हार्डकोर नक्सली
अदालत में इस नक्सली के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले लिहाजा वो कोर्ट से छूट गया। लेकिन इसके बावजूद भी यह हार्डकोर नक्सली खुली हवा में सांस नहीं ले सकेगा।