नक्सलवाद का सच

नक्सली (Naxalite) संगठन पोस्टरबाजी करके माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ये नक्सली संगठन गांव के अनपढ़ और बेरोजगार युवाओं को पोस्टरबॉय बना रहे हैं।

नक्सलियों (Naxali) के पास अब सिर्फ दो ही विकल्प मौजूद है। एक तो सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण करके अपना इलाज करायें या फिर कोरोना वायरस (Coronavirus) या साथी की के हाथों मारे जायें।

बस्तर आईजी ने बताया कि लगातार ऐसे मामले और बढ़ेंगे क्योंकि अब जनता नक्सलियों (Naxalites) की सच्चाई जान गई है और नक्सलियों का साथ देने से बच रही है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। दंतेवाड़ा पुलिस ने 6 मोस्ट वांडेट नक्सलियों के पोस्टर जारी किए हैं।

एक जमाना था जब देवकीनंदन दास (Devkinandan Das) नक्सली हुआ करते थे, लेकिन आज उनका जीवन पूरी तरह बदल चुका है और वह पूरे देश में हरि कथा सुनाते हैं।

बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों में नक्सली नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में सुरक्षाबल सतर्क हैं और चप्पे चप्पे पर निगरानी की जा रही है।

छत्तीसगढ़ के नगरनार स्टील प्लांट पर नक्सलियों की नजर है। यानी नक्सली इसको नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इस इलाके में सुरक्षाबलों को सतर्क कर दिया गया है।

दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि मदकम रमेश उर्फ गोन्चे रमेश (50) की शनिवार को मौत हो गई। उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण दिख रहे थे।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले बस्तर में नक्सलियों (Naxalites) ने एक ग्रामीण की हत्या कर दी। ये जानकारी जिले के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने दी है।

बीते साल 9 अप्रैल को नक्सली हमले में दंतेवाड़ा के तत्कालीन विधायक भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) की मौत हो गई थी। इसमें कई जवान भी मारे गए थे।

नक्सलियों (Naxalites) ने गुरुवार रात अपने ही कमांडर को मार डाला है। नक्सलियों ने हत्या के बाद कमांडर का शव उनके परिजनों को सौंप दिया।

रांची पुलिस ने पीएलएफआई (PLFI) के 3 शातिर उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। ये उग्रवादी अलग-अलग बाइक पर सवार होकर जा रहे थे।

गिरफ्तार किए गए दोनों उग्रवादी पीएलएफआई (PLFI) के लिए काम करते हैं और उनका काम अमीर लोगों को ढूंढना और उनसे लेवी वसूलना था।

बीजापुर में नक्सलियों ने 2 ग्रामीणों की हत्या कर दी है। मारे गए दोनों ग्रामीण, पंचायत के प्रतिनिधि रहे हैं। इनमें से एक पूर्व उप सरपंच था और एक पंच था।

नक्सली (Naxalites) बीरबल कहार 20 सालों से फरार चल रहा था और वह जंगल में ही रहता था। वह पुलिस को चकमा देने में माहिर था। इस बार वह पकड़ा गया।

नक्सली (Naxalite) विजय यादव ने हरवंशपुर गांव में पुलिस पर हमला किया था। गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेज दिया गया है और उससे पूछताछ जारी है।

गिरफ्तारी के बाद मुकेश ने कई मामलों में अपने शामिल होने की जानकारी पुलिस को दी है। उसने ये भी बताया है कि वह नक्सली (Naxalites) कैडर के लिए भर्ती करता था।

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