नक्सलवाद का सच

Naxalites: फोर्स ने इस साल बस्तर के उन जंगलों में 20 कैंप खोलने का टारगेट बनाया था, जहां पहुंचना बहुत मुश्किल था। हालांकि पुलिस 16 नए कैंप ही खोल पाई।

मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सलियों (Naxalites) की शिनाख्त आसूचना शाखा की सदस्य विज्जे मरकाम और मलांगिर एरिया कमेटी की सदस्य व आसूचना शाखा की प्रमुख आयते मंडावी के रूप में हुई है।

इन नक्सलियों के पास से AK-47 समेत कई हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस को पीरटांड़ के जंगलों में सर्च अभियान के दौरान ये बड़ी सफलता मिली है। ये जानकारी एसपी अमित रेणू ने दी है।

पुलिस ने शनिवार को तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के 3 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इन नक्सलियों के पास से हथियार बरामद किए गए हैं।

नक्सली प्रशांत मांझी की गिरफ्तारी के पीछे उसकी पत्नी प्रभा के हाथ होने की बात सामने आई है। वह, किसी दूसरी महिला के साथ अवैध संबंध होने की वजह से नाराज थी।

दरअसल 10 लाख के इनामी नक्सली प्रशांत मांझी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस इन्हें संथाल परगना ले गई थी, जहां इनकी निशानदेही पर गुमला से नक्सली गिरफ्तार हुए।

Naxalites: पुलिस ने एक महिला नक्सली को भी गिरफ्तार किया है। इस नक्सली का नाम प्रभा बताया जा रहा है। हालांकि इस मामले में अभी पुलिस ने चुप्पी साधी हुई है।

यहां नक्सलियों ने पोस्टरबाजी करके दहशत फैलाई है। इन पोस्टरों में नक्सलियों ने 2 लोगों को गोलियों से भूनने और उन्हें मौत के घाट उतारने की धमकी दी है।

इस मुठभेड़ के दौरान IED की चपेट में आने से एक जवान घायल हुआ है। सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली मौके से भाग खड़े हुए।

नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसका नतीजा ये निकला है कि बीते 3 साल में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 216 नक्सलियों को ढेर किया है।

इस ऑपरेशन को बिहार के जमुई के चकाई थाना पुलिस ने भेलवाघाटी सीआरपीएफ की मदद से अंजाम दिया। ये नक्सली 4 साल से फरार चल रहा था।

पुलिस ने पुनई को मंगलवार शाम ढेर किया था। वह PLFI का नक्सली था। हैरानी की बात ये है कि मारे जाने के बाद भी पुनई उरांव का शव फायरिंग की पोजीशन में पड़ा हुआ था।

बीते 1 महीने से डुमरी और पीरटांड इलाके के आदिवासी ग्रामीण इलाकों में पुलिस पिकेट और सीआरपीएफ कैंप का निर्माण प्रस्तावित है।

एसपी ने कहा कि अगर मुंडा सरेंडर कर देगा तो वह लंबी जिंदगी जी सकता है। उन्होंने कहा कि अभी मुंडा को जंगलों में अपनी जान बचाने के लिए छिपना पड़ता है।

मामला जुमई के खैरा थाना इलाके का है। यहां मंगलवार रात नक्सलियों (Naxalites) ने तांडव मचाया है। नक्सलियों ने पुल निर्माण में लगे मजदूरों के साथ मारपीट की है।

PLFI का ये नक्सली, रांची समेत झारखंड के कई जिलों में पुलिस के लिए सिर दर्द बन गया था। झारखंड पुलिस ने इस नक्सली के ऊपर 2 लाख रुपए का इनाम रखा था।

इस नक्सली के मारे जाने से पूरे इलाके के लोगों ने चैन की सांस ली है। ये वही है, जिसने पूर्व सीएम सुदेश महतो को जान से मारने के लिए 5 करोड़ की सुपारी ली थी।

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