विकास का पहिया

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सरकार और प्रशासन की ओर से लगातार औद्योगिक विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है। अनुकूल औद्योगिक वातावरण बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में उद्योग के क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है। नए उद्योग लगाने की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा कई बड़े कदम उठाए गए हैं। उद्योग लगने से राज्य के हजारों लोगों को रोजगार मिलेंगे।

लाल आतंक (Naxalism) का गढ़ कहे जानेवाले छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) और जगदलपुर (Jagadalpur) के इलाकों में अब विकास की बयार बह रही है। यहां के युवाओं के भविष्य को संवारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।

झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह जिले का पीरटाड़ इलाका हमेशा ही नक्सली घटनाओं के लिए कुख्यात रहा है। लेकिन नक्सली खौफ के बीच इस इलाके में जागरूकता की बयार बह रही है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सड़कों और आधारभूत ढांचे के विकास के लिए लगातार काम हो रहे हैं। अब इसके लिए बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों से कर्ज लेने का रास्ता साफ हो गया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की सरकार ने दो साल पूरे होने का जश्न मना रही है। बता दें कि राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने 17 दिसंबर को दो साल पूरे कर लिए।

हर दिन विकास की ओर बढ़ते नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सरकारी सुविधाओं को प्रदेश के हर नागरिक तक पहुंचाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। अब इन सुविधाओं को आधुनिक तकनीकि से जोड़ा जा रहा है, ताकि इनमें धांधली न हो सके।

नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में लगातार विकास कार्यों को गति दी जा रही है। सड़क, पुल-पुलिया निर्माण, सिंचाई सहित शासकीय भवनों के निर्माण कराए जा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने एक और अध्याय जोड़ा है।

जिस इलाके में विकास पहुंचाना हो वहां तक पहले सड़कें पहुंचनी जरूरी होती हैं। छत्तीसगढ़ के कई धुर नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) हैं जहां विकास की बयार बहने लगी है। इसमें सड़कों का बड़ा योगदान है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) ने अर्बन गवर्नेंस के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दिल्ली की प्रजा फाउंडेशन की ओर से अर्बन गवर्नेंस इंडेक्स 2020 की जारी रैंकिंग में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में तीसरा स्थान हासिल हुआ है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल इलाकों (Naxal Area) की बेहतरी के लिए प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है। सुदूर इलाकों में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने की राज्य शासन की कोशिशें अब रंग ला रही हैं।

छत्तीसगढ़ के सुदूर नक्सल प्रभावित अंचलों में बच्चों को शिक्षा के बेहतर अवसर मुहैया कराए जा रहे हैं। इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए 'प्रयास आवासीय विद्यालय' (Prayas Residential School) शुरू किए गए हैं।

शिक्षा के क्षेत्र झारखंड (Jharkhand) लगातार विकास कर रहा है। स्कूलों को बेहतर बनाने के साथ ही उन्हें खेल और मेडिकल की सुविधाओं से लैस करने पर भी चर्चा हुई।

झारखंड (Jharkhand) में विकास की रफ्तार लगातार तेज हो रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के लेकर विकास कार्य जोरों पर है। इसी कड़ी में अब प्रदेश में दो नए एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जाएगा।

कभी लाल आतंक (Naxalism) से ग्रस्त रहे उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके में अब विकास की बयार बह रही है। इस नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) में अब आयुर्वेदिक दवा बनाने के लिए कारखाना लगेगा।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) लगातार विकास कार्यों की शुरुआत कर रहे हैं। बता दें कि सीएम 4 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर जशपुर पहुंचे।

आईआईटी भिलाई के शैक्षणिक क्षेत्र कारिडोर के भूमिपूजन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने भिलाई में स्टील प्लांट की नींव रखी थी।

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