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मुंबई पहुंचने के बाद वहां गुजर-बसर करने के लिए यश (Yash Johar) को नौकरी की जरूरत पड़ी। उन्होंने वहां टाइम्स ऑफ इंडिया में एक फोटोग्राफर के असिस्टेंट के तौर पर काम करना शुरू किया।

ऋषि कपूर  (Rishi Kapoor) ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत तब की जब वह किशोरावस्था में ही थे। उन्होंने बाल कलाकार के तौर पर फिल्म मेरा नाम जोकर (1970) में अपने पिता के बचपन की भूमिका के साथ फिल्मी करियार की शुरुआत की।

सुशांत (Sushant Singh Rajput) के दोस्त सिद्धार्थ पीठानी और कुक नीरज के पास सीबीआई की गिरफ्तारी की तलवार पहुंच गई है। लगातार 13 दिनों के पूछताछ में इन लोगों ने 28 बार अपने बयान बदले हैं।

लक्ष्मी-प्यारे (Laxmikant–Pyarelal) ने कल्याणजी-आनंदजी, शंकर-जयकिशन, खय्याम, एस. डी. बर्मन और आर.डी. बर्मन के साथ भी काम किया। पहला ब्रेक बतौर संगीत -निर्देशक फिल्म 'पारसमणि' में उन्हें मिला।

राज खोसला के साथ साधना (Sadhana) की जोड़ी खूब जमी। फिल्म 'वो कौन थी' को भला कौन भूल सकता है। उस फिल्म के सारे गाने हिट हैं। मदन मोहन साहब का संगीत, लता जी की आवाज, राजा मेंहदी अली खान साहब के बोल और साधना जी का अभिनय। सब कुछ कमाल है।

सीबीआई ने रिया (Rhea Chakraborty) से डिज्नीलैंड टू मर्डर मिस्ट्री की हिस्ट्री और मुंबई टू गोवा ड्रग कनेक्शन के बारे में पूछा। इस पर वो अधिकारियों पर ही बरस पड़ी। रिया ने कहा कि सुशांत (Sushant Singh Rajput) की हत्या उसने नहीं की है और न ही कभी ड्रग ली है।

ऐश्वर्या राय बच्चन ने अपने करियर की दो बेहतरीन फिल्म ‘रेनकोट’ और ‘चोखेर बाली’ ऋतुपर्णो (Rituparno Ghosh) के निर्देशन में की। जहां तक अभिषेक बच्चन का सवाल है तो उन्होंने ‘अंतरमहल’ नामक फिल्म में ऋतुपर्णो के साथ काम किया।

विलायत खां (Ustad Vilayat Khan)  से आज के बहुत से नामचीन संगीतकार प्रभावित हैं। बहुत से लोगों को उन्होंने सितार वादन सिखाया भी। इनमें उनके दो पुत्र उस्ताद शुजात खां और हिदायत खां सहित पं. अरविंद पारिख भी शामिल हैं।

ऋषिकेश मुखर्जी (Hrishikesh Mukherjee) ने जिस खूबसूरती से क्लाइमैक्स में पहले से रिकॉर्ड किए डायलॉग का इस्तेमाल किया था उसने इस फिल्म और राजेश खन्ना के किरदार को सिनेमा में अमर कर दिया।

मुकेश (Mukesh) ने दिल की गहराइयों में उतर जाने वाली अपनी सधी हुई आवाज में न केवल प्रेम के दुःख, दर्द, निराशा और विरह की गहनतम भावनाओं को अपना स्वर दिया, बल्कि हल्के- फुल्के अंदाज के हास्य, उमंग और मिलन के गीत भी गाए।

कल्याणजी वीरजी शाह का जन्म- 30 जून, 1928, कच्छ, गुजरात में हुआ था। वो हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार थे। वे भारतीय हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी ‘कल्याणजी आनंदजी’ में से एक थे।

सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की बहन श्वेता सिंह कीर्ति (Shweta Singh Kirti) ने उनके लिए ग्लोबल प्रेयर (Global Prayer) रखी थी।

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) केस में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 21 अगस्त को अपनी जांच शुरू कर दी। इस केस में आगे की तफ्तीश के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है।

बिस्मिल्लाह खान (Bismillah Khan) ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने अकेले ही शहनाई को प्रसिद्धि दिलाई। 1937 में उन्होंने जब कोलकाता में हुए अखिल भारतीय संगीत सम्मेलन में शहनाई वादन किया, तो उनकी इस कला को लोगों ने अत्यंत पसंद किया।

सुशांत (Sushant Singh Rajput) का मामला सीबीआई को सौंपे जाने के बाद से ही कई बड़ी हस्तियों की रातों की नींद उड़ गई है।

सौरमंडल में एक ग्रह का नाम उनके नाम पर ही रखा गया है। वो यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय कलाकार बने हैं। इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन ने माइनर प्लेनेट 2006 वीपी 32 (नंबर 300128) का नामकरण पंडित जसराज (Pandit Jasraj) के नाम पर किया था।

आजाद हिंद फौज के प्रयाणगीत 'कदम-कदम बढ़ाए जा खुशी के गीत गाए जा' को सी. रामचंद्र ने' समाधि' में भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी थी। राष्ट्रभक्ति पूर्ण गीतों का सिलसिला यों तो 1947 के बाद के वर्षों में बनी कई फिल्म (Film) तक चला।

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