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पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की सुरक्षा बढ़ा दी है। मसूद अजहर को इस वक़्त दूर कहीं सेफ़ ज़ोन में रखा गया है।

पुलवामा हमले का बदला लेते हुए भारतीय एयर फोर्स ने पाकिस्तान में घुस कर 1000 किलो बम बरसाए हैं। इस एयर स्ट्राइक में कई आतंकी ठिकाने और लॉन्चिंग पैड्स तबाह हो गए हैं।

बिहार के रजौली में हुए मुठभेड़ में नक्सलियों ने पाकिस्तान में निर्मित एके-47 की गोलियों का इस्तेमाल क्या था। आखिर किस रास्ते से दुश्मन गोला-बारूद भेज रहा है और देश के कौन-कौन से संगठन इस खेल में शामिल हैं?

नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुए CRPF के डिप्टी कमांडेंट हीरा कुमार झा को राष्ट्रपति ने मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया, लेकिन उनका परिवार 4 साल से मुआवजे की रकम के लिए बीमा कंपनी के चक्कर लगा रहा है।

इन हथियारों की तस्करी का मामला तब खुला जब बिहार की पूर्णिया पुलिस ने गैंग के मास्टरमाइंड मुकेश सिंह को गिरफ्तार किया। वह झारखंड के नक्सलियों व उग्रवादियों को हथियारों के साथ बुलेटप्रूफ जैकेट भी सप्लाई कर रहा था।

Naxal commanders and ideologues alike are scampering for cover to find a defense against Cupid. Love is a great leveler…...

पाकिस्तान आर्थिक मोर्चे पर बुरी तरह घिर गया है।दोनों देशों के बीच पैदा हुए हालिया तनाव का बड़ा असर कारोबार पर ही पड़ता दिख रहा है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर मुल्क पाकिस्तान का भारी नुकसान हो रहा है।

समय है बंदूक और बातचीत दोनों पर ध्यान रखने का। अगर हम सिर्फ बंदूक की भाषा का इस्तेमाल करेंगे तो यह भी एक तरह से पाकिस्तान के इरादों को कामयाब करने जैसा होगा।

सीपीआई-माओवादी को विश्व का चौथा सबसे खतरनाक संगठन करार देते हुए 2018 की अमेरिकी स्टडी में कहा गया कि भारत में हुए 53 प्रतिशत हमलों में इसका हाथ रहा है।

पिछले दो साल में सुरक्षाबलों पर हुए लगभग सभी हमलों के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ रहा है। इसके आतंकी संगठन के सरगना का नाम है मौलाना मसूद अजहर।

यही तो इस मुल्क की खूबसूरती है, यही तो यहां की परम्परा और संस्कृति रही है। लोग अपने दुखों को भूल कर हमेशा दूसरों के दुख-दर्द में शामिल हो जाते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक इसे तैयार करने के लिए पाकिस्‍तान से प्रशिक्षित आतंकी भारत आए थे। इतना ही नहीं हमले से कुछ वक्‍त पहले ही आतंकियों ने इसमें ट्रिगर, स्विच, डेटोनेटर और पावर फ्यूज लगाया गया था।

पुलवामा के मास्टरमाइंड कामरान को मारकर सुरक्षा बलों ने शुरुआती बदला लेकर साफ कर दिया है कि अब तो आतंकवाद पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति ही चलेगी।

पुलवामा आतंकी हमला: शहादत पर सीना चौड़ा करने का वक्त गुजर चुका है। वक्त है निर्णायक हल का।

Nearly 65 % of the population depends on agriculture for a living and the farm sector contributes more than half of the country’s work force. But investments in this lifeline of the country remain woefully inadequate.

This misuse of agencies has been going on since the time of Indira Gandhi. This trend may have acquired a new impetus in the present regime but to suggest that institutions and agencies have begun to get compromised only now is also acting needlessly coy!

What Mamta did is a new low and unpardonable. Our constitutional framework will collapse if state leaders take such a strident and confrontational approach.

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