कारगिल युद्ध: …जब चार दिन भूखे रहने के बावजूद दुश्मनों पर कहर बनकर टूट पड़े थे दशरथ सिंह गुर्जर
पाक की इस हरकत का जवाब सेना ने बखूबी दिया। करीब 40 दिन चले युद्ध में दुश्मनों को भगा-भगाकर मारा। युद्ध में एक जवान थे जिन्होंने दुश्मनों को नेस्तनाबूद किया।
कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पाक को हराया और फिर जब्त किए थे हथियार, रॉकेट लॉन्चर से लेकर ग्रेनेड तक हुए बरामद
जब्त हथियारों में 7.62 एमएम एमजी 1ए गन मशीन शामिल हैं। इसके अलावा द्रास सेक्टर में पाक सैनिकों ने रॉकेट लॉन्चर (आरपीजी 7) का भी इस्तेमाल किया था।
कारगिल युद्ध: बिहार रेजिमेंट के हवलदार रतन सिंह ने कई पाक सैनिकों को उतारा था मौत के घाट, ऐसी है इस शहीद की कहानी
युद्ध में जीत दिलाने के लिए भारत के कई जवानों ने जान की कुर्बानी दी। इनमें एक नाम बिहार रेजिमेंट के हवलदार रतन सिंह का भी है।
कारगिल युद्ध: सेना ने द्रास से लेकर टरटोक तक लहराया था तिरंगा, दुश्मन हर मोर्चे पर थे फेल
युद्ध को जीतने के लिए सेना ने कई ऑपरेशन लॉन्च किए थे जिसके बाद द्रास से लेकर टरटोक तक सेना तिरंग लहरकार वापस लौटी। सेना के सैनिकों ने शानदार युद्ध किया था।
कारगिल युद्ध: लद्दाख के युवाओं ने की थी भारतीय सेना की मदद, जानें कैसे
कारगिल युद्ध से जुड़ी कई ऐसी बातें जिनके बारे में आपको जानना चाहिए। इस युद्ध में लद्दाख के युवाओं ने भी सेना की खूब मदद की थी।
कारगिल शौर्य की गाथा: जब सेना ने कर दिखाया असंभव को संभव, जानें क्या थी प्वाइंट 5770 की चुनौती
भारतीय जवानों को दुश्मन आराम से चढ़ाई करते हुए देख सकते थे। भारतीय जवानों को करीब एक किलोमीटर ऊंचे पहाड़ पर खड़ी चढ़ाई करनी थी।
ऑपरेशन ‘सफेद सागर’ के जरिए पाक सेना पर मिराज 2000 से गिराए बम, कारिगल में अहम साबित हुई थी एयरफोर्स
युद्ध के दौरान फोर्स ने दुश्मनों का सफाया करने के लिए ऑपरेशन 'सफेद सागर' चलाया था। उस दौरान भारत के पास मिग 21, मिग 23 और मिग 27 जैसे लड़ाकू विमान थे।
एनसीसी कैडेट्स को आर्मी में भर्ती के दौरान मिलती है तरजीह, जानें क्या है इसके अस्तित्व की कहानी
एनसीसीस को 1942 में ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय अधिकारी प्रशिक्षण कोर के उत्तराधिकारी के रूप में माना जा सकता है।
स्कूल में NCC कैडेट और फिर एयर फोर्स में अधिकारी, जानें माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली निवेदिता की कहानी
अबतक कई एनसीसी कैडेट ने सेना में भर्ती होकर देश का नाम रोशन किया है। एनसीसी कैडेट रहीं और फिर एयरफोर्स में अधिकारी रैंक पर तैनात हुईं।
कारगिल युद्ध में बेटे और पिता की इस जोड़ी ने लिया था हिस्सा, कांप उठे थे दुश्मन
युद्ध में भारतीय सैनिक शहीद भी हुए जिनकी वीरता के लिए आज पूरा देश उनपर गर्व महसूस करता है। सेना के कई ऐसे जवान हैं जिन्होंने खुद की जान की परवाह किए बिना दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाया।
कारगिल युद्ध के ‘हीरो’ अनुज नैय्यर के जज्बे की बेमिसाल कहानी, मरणोपरांत मिला था महावीर चक्र
टाइगर हिल के पश्चिम में पॉइंट 4875 को खाली कराने की जिम्मेदारी कैप्टन नैय्यर को दी गई थी। टाइगर हिल को पूरी तरह से पाकिस्तानी घुसपैठियों ने घेर रखा था।
कारगिल युद्ध: जब सेना ने हासिल कर ली थी मश्कोह घाटी की अंतिम पोस्ट, जानें कैसे मिली थी फतह
पाकिस्तान ने 1999 में भारत को धोखा दिया था। एक समझौते का उल्लंघन करके ये धोखा दिया गया था। शिमला समझौते के तहत भारत-पाक के बीच 1972 में एग्रीमेंट हुआ था।
कारगिल युद्ध: जब मिग-27 के जरिए भारत ने किया युद्ध का आगाज, थरथर कांप उठा था पाक
38 साल तक अपनी सेवा देने के बाद ये रिटायर हो गए। मिग सीरीज के अन्य वैरिएंट, मिग-23 बीएन और मिग-23 एमएफ और विशुद्ध मिग 27 पहले ही सेना से रिटायर हो चुके हैं।
कारगिल शहीदों के नाम पर द्रास सेक्टर में बनाया गया है वार मेमोरियल, जानें इससे जुड़ी खास बातें
शहीदों की याद में द्रास सेक्टर में वार मेमोरियल बनाया गया है। यह मेमोरियल 2004 में बनकर तैयार हुआ था। इसमें वीरों की गौरवगाथा लिखी गई है। मेमोरियल में इन शहीदों की यादों को संजोया गया है।
कारगिल: शहीद स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा ने पेश की थी वीरता की मिसाल, जानें क्या है इस जवान की कहानी
27 मई 1999 को बठिंडा के भिसीयाना एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात आहूजा ने मिग 21 विमान से ऑप्रेशन 'सफेद सागर' के तहत खदेड़ते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी थी।
राजकीय सम्मान के साथ हुई झारखंड के लाल कुलदीप उरांव की विदाई, आतंकियों से लोहा लेते हुए थे शहीद
कश्मीर के मालबाग में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवान कुलदीप उरांव का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके घर पहुंचा। वो झारखंड के साहेबगंज के रहने वाले थे। कुलदीप सीआरपीएफ की 118 वीं बटालियन में तैनात थे।
कारगिल युद्ध: श्रीनगर-लेह राजमार्ग को बंद करने की फिराक में था पाक! सेना ने ऐसे खदेड़ा
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस हरकत का मुंह तोड़ जवाब दिया और एक-एक कर ऑपरेशन लॉन्च कर पाक सेना के कब्जे वाले इलाकों में तिरंगा फहराया।