कारगिल युद्ध: रूस ने की थी भारत की मदद, किए थे हथियार सप्लाई
Kargil War: किसी भी जंग को जीतने के लिए बेहतर क्वालिटी के हथियारों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे हथियार रूस के पास थे और उन्होंने हमें दिए।
Kargil War:…जब युद्ध के दौरान इजराइल भारत के साथ आया, पाकिस्तानी सेना को छठी का दूध याद दिलाया
Kargil War: इजरायल ने जरूरी हथियार और गोला बारूद भी उपलब्ध करवाए। ऐसी डिवाइस भी भेजी जिन्हें लड़ाकू जहाज में लगाकर सही टारगेट पर हमला किया जा सकता था।
…जब 1975 में चीनी आर्मी ने भारतीय सेना पर अटैक किया
Indian Army: असम राइफल्स के जवानों की पेट्रोलिंग टीम पर अटैक किया गया था। इस हमले में चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे। चीनी सेना की इस हरकत पर भारत बुरी तरह से भड़क गया था।
Kargil War 1999: …जब गांव वालों ने 20 किलोमीटर चलकर पहुंचाया सेना तक सामान
गांवों के युवाओं ने सेना की इस जरूरत को समझा और उन तक सामान पहुंचाया गया। बताया जाता है कि जवानों तक खाने-पीने का सामान और अन्य कुछ जरूरी सामान पहुंचाया जाता था।
…जब भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर पर ठोका दावा
दोनों देशों के बीच 1967 में सीमा विवाद के चलते टकराव हुआ था। दरअसल भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर को परिभाषित किया था।
Kargil War: स्थानीय लोगों पर ऐसे हुआ था असर, 2 महीने खौफ में थे लोग
Kargil War: युद्ध के दौरान जब बमबारी होती है तो मिसाइलों के जरिए दुश्मन को टारगेट किया जाता है। ऐसे में आस-पास के इलाके भी इसकी जद्द में आ जाते हैं।
कारगिल युद्ध: 4 जुलाई को ही जीत तय हो गई थी, ये था इस लड़ाई का टर्निंग पॉइंट
Kargil War: टाइगर हिल की लड़ाई को कारगिल की लड़ाई का टर्निंग पॉइंट भी कहा जाता है। 4 जुलाई को ही भारत की विजय निश्चित हो गई थी।
कारगिल युद्ध: वो खास तारीखें जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए
यह युद्ध (Kargil War) करीब 2 महीने तक चला था। युद्ध के दौरान कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले थे। इस युद्ध की कुछ खास तारीखें जिसे आपको जरूर जानना चाहिए।
1971 का युद्ध: …जब सैनिक हवाई अड्डों पर पाकिस्तान ने शुरू किए बम गिराने
भारतीय सेना (Indian Army) द्वारा पूर्व में तेजी से कब्जा किया था। सेना ने जेसोर, खुलना और तंगेल पर कब्जा किया। इसके बाद पाकिस्तानी सेना को समझ आ गया था कि जीत उसके हाथ से निकल चुकी है।
1971 का युद्ध: … जब भारत की तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान की जबरदस्त नाकेबंदी की
सेनाओं को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी हुए थे। इंडियन एयरफोर्स ने पश्चिमी पाकिस्तान के अहम ठिकानों और हवाई अड्डों पर बम बरसाए थे।
पाकिस्तान ने भारत पर पहली बार आक्रमण कब किया था? जानें जवाबी कार्रवाई में क्या हुआ?
India Pakistan First War 1948: पाकिस्तान ने भारत पर पहली बार आक्रमण आजादी के तुरंत बाद किया था। यह आक्रमण कश्मीर के लिए किया गया था।
India Pakistan War 1971: …जब पाकिस्तान ने अमेरिका और चीन के दम पर सरेंडर से किया इनकार
भारत के सरेंडर के ऑफर को वह हल्के में ले रहा था। ऐसे में भारतीय सेना ने ऐसा खेल दिखाया कि पाकिस्तान को अंतत: सरेंडर के लिए टेबल पर आना पड़ा।
नदी जल बंटवारे को लेकर भी खफा रहता है पाकिस्तान, 1965 में युद्ध की वजह था ये मुद्दा
India Pakistan War 1965: संधि के बाद पाकिस्तान झेलम, चिनाब और सिंधु नदी का पानी इस्तेमाल कर रहा था लेकिन उसका लालच और भी ज्यादा था।
India Pakistan War 1971: पाकिस्तानी ब्रिगेडियर ने भी माना ‘परमवीर चक्र’ अरुण खेत्रपाल का लोहा
पाकिस्तान के ब्रिगेडियर ने खेत्रपाल के साथ लड़ाई की थी। इसी दौरान वह शहीद हो गए थे। यह बात पाकिस्तान के ब्रेगेडियर ने खुद अरुण के पिता ब्रिगेडियर एमएस खेत्रपाल को बताई थी।
कारगिल के नायक कर्नल जेके चौरसिया ने पेश की है मिसाल, देश प्रेम इनके लिए सबसे बड़ा
Kargil War 1999: वह चाहते तो लखनऊ में हो रही नियुक्ति स्वीकार कर आराम से बिना किसी खास खतरे के काम कर सकते थे लेकिन उन्होंने खतरों को स्वीकार किया।
Cyber War: अगला विश्व युद्ध हुआ तो वह इंसानों द्वारा नहीं लड़ा जाएगा, जानें ऐसा क्यों
सॉफ्टवेयर वायरस से लेकर हैकिंग तक सभी साइबर वॉर (Cyber War) के अंदर आते हैं और यह साइबर वॉर इतना विनाशकारी होता है कि यह किसी भी कंपनी या देश को पल भर में नष्ट कर सकता है।
चीन इस चाल का करता है इस्तेमाल, जानें क्यों चालाक लोमड़ी की तरह है ये देश
चीन (China) विस्तारवाद की नीति अपनाता है और कई इलाकों पर आज भी अपना दावा करता है। इसके अलावा वह समुद्र में भी अपना दावा ठोकता है जबकि उसका दूर-दूर तक उस इलाके से कुछ भी लेना देना नहीं।