सच के सिपाही

चीनी सेना बढ़िया हथियारों के साथ जंग के मैदान में उतरी थी जबकि भारतीय सेना के पास उतने बढ़िया हथियार नहीं थे। युद्ध बेहद ही सर्द इलाकों में लड़ा गया था।

कई सैनिकों को ढेर किया था तो कई सैनिकों को घायल। इस टास्क में हमारे सभी जवानों ने अहम भूमिका निभाई थी जिनके पराक्रम की मिसाल आज भी पेश की जाती है।

लेफ्टिनेंट कर्नल योगेश कुमार जोशी युद्ध के सबसे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण प्वाइंट टाइगर हिल को कब्जा करने वाली टीम के कमांडिंग ऑफिसर रहे।

Kargil War 1999: मनोज पांडे जंग के मैदान में अपनी एक अलग ही कहानी लिखकर शहीद हुए। उन्होंने इस युद्ध में हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व किया था।

भारत और चीन के बीच साल 1962 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। सीमित संसाधनों के बावजूद हमारे वीर सपूतों ने दुश्मनों का मुकाबला किया था। चीनी सेना पूरी तैयारी के साथ जंग के मैदान में उतरी थी, जबकि भारतीय सेना (Indian Army)  पूरी तरह तैयार नहीं थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तान (Pakistan) को इस युद्ध में वो सबक सिखाया गया था, जिसे यादकर वह आज भी कांप उठता होगा। इस युद्ध में जीत के साथ ही पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) पाकिस्तान से अलग हो गया था।

पिछले कुछ सालों में भारतीय सुरक्षाबलों ने जिस तरह से कश्मीर घाटी से आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ अभियान (Anti Terrorist Operations) चलाया है, उसने कट्टरपंथियों के हौसले पस्त कर दिए हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने दुश्मनों को बुरी तरह से खदेड़ा था। हमारे वीर सपूतों ने सरहदों पर हमेशा अपने खून से जमीन को सींचा है। इस युद्ध में जीत के लिए हमारे जवान किसी भी हद तक गुजर गए थे।

ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान (Brigadier Mohammad Usman) को बेहद ही बहादुर माना जाता था। कहा जाता है कि उनमें ऐसी काबिलियत थी कि वे थल सेना (Indian Army) के अध्यक्ष बन सकते थे।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) ने जबरदस्त प्रहार कर दुश्मनों को नेस्तनाबूद किया था। पाकिस्तानी सेना हर मोर्चे पर विफल साबित हुई थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में हमारे वीर सपूतों ने पाकिस्तानी सेना के जवानों को हर मोर्चे पर विफल साबित किया था। पाकिस्तान सेना के 93 हजार सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर कर अपनी हार को स्वीकार किया था।

War of 1965: पाकिस्तान इस युद्ध में हारा था लेकिन वह आज तक इस सच्चाई को स्वीकार नहीं करता आया है। वह उल्टा अपनी जीत का दावा करता है। 

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर हड़पने के लिए ऑपरेशन जिब्राल्टर की साजिश रची थी। दुश्मनों ने खेमकरण सेक्‍टर के उसल उताड़ गांव पर धावा बोल दिया।

Indian Air Force: कारगिल युद्ध में मिग 27 ने अपनी जांबाजी से दुश्मनों को धूल चटा दी थी। कारगिल युद्ध में भारतीय पायलटों ने मिग 27 को ‘बहादुर’ नाम दिया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) में भारतीय सेना (Indian Army) को इतनी आसानी से जीत नहीं मिली थी। भारतीय सेना के 527 जवानों ने शहादत दी थी और 1,300 जवान घायल हुए थे।

Lahore Declaration: भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान (Pakistan) को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। कश्मीर (Kashmir) हड़पने आया पाकिस्तान अपनी बेइज्जती करवाकर उल्टे पैर लौटा था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) को शानदार जीत हासिल हुई थी। पाकिस्तान (Pakistan) भारतीय सेना के शौर्य के आगे कहीं भी टिक नहीं सका।

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