शहीद की अंतिम विदाई के समय रो पड़ा पूरा गांव, जवान के बेटे ने खाई कसम- ‘सरकार ले बदला, नहीं तो मैं नक्सलियों को चुन-चुन कर मारूंगा’
राज्य सरकार की वेलफेयर पॉलिसी के तहत शहीद जवान दुलेश्वर परास (Martyred Duleshwar Paras) के आश्रितों को बीमा की राशि 45 लाख और 25 लाख रुपये अनुग्रह राशि दिया जायेगा
पैरा कमांडो के नाम से ही कांप उठते हैं दुश्मन, आसमान में हजारों फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर दुश्मनों का करते हैं खात्मा
Indian Army: देश को ताकतवर बनाने के पीछे उसकी स्पेशल फोर्सेस का हाथ होता है। इसी दम पर हर देश दुनिया के सामने एक नई शक्ति के रूप में उभरकर सामने आता है।
सरहद पर ड्यूटी नहीं होती आसान, गोलियों के साथ खूंखार जंगली जानवरों और जहरीले कीड़े-मकोड़ों का हमेशा रहता है खौफ
Indian Army: ऐसी कई सरहदें हैं जहां इस तरह की चुनौतियों से जवानों को दिन रात जूझना पड़ता है। ये ऐसी जगह होती हैं जहां जन-जीवन का नामोनिशान नहीं होता।
सरहद पर सुरंग के जरिए दुश्मन करते हैं दूसरे देश में एंट्री, जानें कितना चुनौतीपूर्ण है ये
सरहद पर दुश्मन सुरंग के जरिए हमारे देश में दाखिल होकर बड़ा हमला करने की फिराक में रहते हैं। ऐसे कई मामले सामने आते रहते हैं जिनमें सुरंग के जरिए भारतीय सरजमीं पर आने में दुश्मनों ने कामयाबी हासिल की हो।
CRPF की स्पेशल टास्क फोर्स है ‘कोबरा कमांडो’, जानें इनकी खासियत
भारत के पास एक से बढ़कर जांबाज सैनिक हैं जो कि दुश्मनों पर हर मोर्चे पर भारी पड़ते हैं। हमारे जवान भारत के अंदर और सीमा पर भारत मां की रक्षा के लिए किसी भी चुनौती का सामना करते हैं।
Pulwama Attack: देवरिया के शहीद विजय मौर्य की दूसरी बरसी पर दी गई श्रद्धांजलि, पत्नी ने कहा- बेटी भी बड़ी होकर करेगी देश की सेवा
पुलवामा में हुए आतंकी हमले (Pulwama Attack) ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हमले में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के जवान विजय कुमार मौर्य भी शहीद हो गए थे।
Kargil War 1999: ऊंचाई पर दुश्मनों को क्या-क्या फायदे मिल रहे थे? जानें कैसे हुआ था आमना-सामना
युद्ध में पाकिस्तानी सेना काफी फायदे में थी। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तनी सेना ऊंचाई पर थी। कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर पाक सेना पहले से पोजिशन लिए हुए थी।
जिमिंग ही नहीं योगा भी करते हैं हमारे जवान, फुर्सत के पलों में स्पोर्ट्स के जरिए रहते हैं खुश
भारतीय सेना (Indian Army) के जवान खुद को फिट रखने के लिए काफी मेहनत करते हैं। सैनिकों का शरीर पत्थर की तरह मजबूत होता है। ऐसा फौलादी शरीर पाने के लिए सैनिक एक बेहद ही कड़े रूटीन को फॉलो करते हैं।
समुद्र में लड़ाई के दौरान गेम चेंजर है SMART टारपीडो सिस्टम, जानें खासियतें
Indian Navy SMART Torpedo System: ये एक ऐसा हथियार है जिसे मिसाइल के साथ लांच किया जाता है। इस मिसाइल में एक टारपीडो लगा होता है।
1962 का युद्ध: इस वजह से अलग-थलग पड़ गया था भारत! नहीं दिया था किसी ने भी साथ
जिस वक्त दोनों देशों युद्ध में आमने-सामने थे उसी समय दुनिया के दो महाशक्तिशाली देश, अमेरिका और रुस क्यूबा-मिसाइल विवाद में फंसे हुए थे।
1962 का युद्ध: अक्साई चीन पर ड्रैगन ने कर लिया था कब्जा, जानें दोनों देशों के बीच किन जगहों पर है सीमा विवाद
India China Tension: हिमालय में करीब 14,000 फुट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित 134 किलोमीटर लंबी पैंगोंग त्सो झील को लेकर भी दोनों देशों के बीच विवाद है।
Kargil War 1999: …जब मेजर सर्वानन ने अपने कंधे पर 90 एमएम राकेट लॉन्चर उठा ध्वस्त किया दुश्मनों का ठिकाना
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान सैनिकों पर हमारे वीर सपूत कहर बनकर टूटे थे।
सीमा पर बाइक्स के जरिए गश्त लगाते हैं हमारे जवान, रॉयल एनफील्ड बुलेट से है खास रिश्ता
भारतीय सेना (Indian Army) के जवान दुश्मनों की हर नापाक हरकत पर नजर रखने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। सेना द्वारा सीमावर्ती इलाकों में गश्त लगाई जाती हैं। गश्त यानी पेट्रोलिंग का फायदा यह होता है कि दुश्मनों पर आसानी से नजर रखी जा सकती है।
चीन से 1962 के युद्ध के बाद भारतीय सेना ने किया खुद को मजबूत, अब थर-थर कांपते हैं दुश्मन
Indian Army ने बड़े स्तर पर बदलाव किए और समय के साथ वैश्विक स्तर के हथियारों को बेड़े में शामिल किया। जवानों की मूलभूत जरूरतें भी पूरी की जाती हैं।
आतंकियों के लिए काल हैं भारतीय सेना के जवान, सरेंडर नहीं करने पर देते हैं मुंहतोड़ जवाब
Indian Army operations in Jammu and Kashmir: सैनिक तय इनपुट की पुष्टि करने के बाद आतंकवादियों का घेराव करते हैं और फिर उन्हें सरेंडर करने के लिए कहते हैं।
India Pakistan War 1965: जब भारतीय जवानों ने पाकिस्तनी सैनिकों को खदेड़ा और खेमकरण वापस ले लिया
भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को भारी क्षति हुई थी। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया था। इस युद्ध में खेमकरण एक ऐसी जगह हैं जो काफी मायने रखती है।
Siachen: कमर में रस्सी बांध कर लाइन में चलते हैं सैनिक, माइनस 50 डिग्री तापमान में हालात होते हैं बेकाबू
Siachen: एक जवान के पीछे दूसरे जवान और फिर उनके पीछे पूरा दल। इस तरह एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा जाता है। ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से उन्हें धीमे-धीमे चलना पड़ता है।